इंजीनियर बनना है सपना

डिस्ट्रिक्ट में टॉप करने वाले महर्षि पतंजली विद्या मंदिर के सचिन मिश्रा ने 97 परसेंट मॉ‌र्क्स हासिल किए। टेंथ में भी उन्होंने अपने स्कूल में टॉप किया था। वे कहते हैं कि स्कूल में टॉप करने के बाद डिस्ट्रिक्ट में फ‌र्स्ट पोजिशन करना एक बड़ी सफलता है। आर्थोपैडिक सर्जन डॉ। पीयूष मिश्रा के बेटे सचिन अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को देते हुए कहते हैं कि उन्होंने व्यस्तता के बाद भी पढ़ाई में सबसे अधिक मदद की। फ्यूचर में इंजीनियर बनने की चाह रखने वाले सचिन ने जेईई मेंस क्लीयर कर चुके हैं और एडवांस की परीक्षा में एपीयर हुए हैं। उन्हें आईआईटी में दाखिला मिलने की भी पूरी उम्मीद है। सचिन कहते है कि स्टूडेंट्स को अपने मेंटल बैंलेस को बनाए रखने की जरूरत है। इसमें सफल होने पर वे पढ़ाई भी एंज्वॉय करने लगेंगे। सचिन को पढ़ाई के साथ देश को लेकर भी चिंता है। वे चाहते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भ्रष्टाचार, महंगाई पर नियंत्रण के साथ रोजगार के साधन विकसित करने पर काम करें।

बीटेक के बाद सिविल सर्विसेज में जाना है मकशद

टॉप टेन में जगह बनाने वाली अग्रिमा आईआईटी से बीटेक करने के बाद सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हैं। उन्होंने इस बार जेईई मेंस क्वालीफाई करने के बाद एडवांस्ड भी दिया है। वे कहती है कि सिविल सर्विसेज में जाने के बाद वे करप्शन के खिलाफ संघर्ष करना चाहती हैं। बेटी के शानदार प्रदर्शन से उत्साहित एसके सिंह ने बताया कि अग्रिमा ने हाईस्कूल में भी एसएमसी में टॉप किया था। सीबीएसई ओर से आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा खोज में भी उसका सलेक्शन हुआ था और स्कारलशिप मिलती है। आई नेक्स्ट की ओर से आयेाजित इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट में भी अग्रिमा ने 12वीं में डिस्ट्रिक्ट लेवल पर टॉप किया था।

कंपनी सेकेट्री बनने का है सपना

जगत तारन गोल्डेन जुबली की टॉपर एश्वर्या केसरवानी कम्पनी सेकेट्री बनना चाहती हैं। बोर्ड परीक्षा में 93 परसेंट हासिल करने वाली एश्वर्या ने टेंथ की परीक्षा यूपी बोर्ड हिन्दी मीडियम से पास की थी। वे कहती है कि हिन्दी मीडियम से इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई करना बेहद कठिन था। इसी कारण उन्होंने नियमित ढंग से पढ़ाई को ही आधार बनाया। जिसके कारण उन्हें ये सफलता मिली। उन्होंने नियमित छह घंटे अपनी स्टडी को दिया। एश्वर्या कहती है कि वे बीकॉम के साथ ही कम्पनी सेकेट्री की भी तैयारी करेंगी।

Posted By: Inextlive