नो ट्रैफिक नो पॉल्यूशन एंड नो डिस्टरबेंस. घर को लेकर ऐसी ख्वाहिशों के कारण अब सिटी में भी सैटेलाइट टाउनशिप का डेवलपमेंट हो रहा है.

नो ट्रैफिक, नो पॉल्यूशन एंड नो डिस्टरबेंस। ये सब कुछ तभी पॉसिबल हो सकता है, जब आपका सपनों का महल सिटी से दूर आउट एरिया में हो। घर को लेकर ऐसी ख्वाहिशों के कारण अब सिटी में भी  पुणे, इंदौर व भोपाल की तर्ज पर सैटेलाइट टाउनशिप का डेवलपमेंट हो रहा है। यानी अब सिटी के लोग सोनारी, कदमा व साकची में अपना आशियाना बनाने के बजाए गोविंदपुर, घोड़ाबांदा व परसुडीह जैसे आउट एरिया में बन रहे कॉलोनी को ज्यादा प्रीफर कर रहे हैं।
बढ़ रहा है चलन
सैटेलाइट टाउनशिप में जहां एन्वॉयरमेंट पॉल्यूशन फ्री होता है। वहीं आउटर एरिया में होने के कारण ट्रैफिक प्रॉब्लम भी नहीं होती। साथ ही, इसका निर्माण भी काफी प्लैंड वे में किया जाता है। सैटेलाइट टाउनशिप के सिटी में बढ़ते चलन को देखते हुए अब सिटी के आउटर एरियाज में शॉपिंग कॉम्पलेक्स, मॉल्स, रेस्टोरेंट व मल्टीप्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है। सिटी के पारडीह स्थित सिटी इन, एनएच 33 स्थित वेब इंटरनेशनल, आईलेक्स, बिग बाजार व आदित्यपुर में बन रहे  मॉल्स व शॉपिंग कॉम्पलेक्स ने भी सैटेलाइट टाउनशिप के ट्रेंड को बढ़ावा दिया है।

Outer areas में बढ़ रहा है construction
सिटी में सैटेलाइट टाउनशिप की बढ़ती डिमांड को देखते हुए बिल्डर्स पिछले चार पांच सालों से सिटी के क्राउडेड कॉलोनी के बजाए आउटसाइड एरिया में डुप्लेक्स, बंग्लो व मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। इस वजह से सिटी के छोटा गोविंदपुर, परसुडीह, घोड़ाबांदा, कीताडीह, सरजामदा, हलुदवानी जैसे आउटसाइड एरिया में बिल्डिंग्स का निर्माण किया जा रहा है।

Better option for investment too
सिटी के आउटर एरिया में बन रहे बंग्लो व डुप्लेक्स को अपर क्लास के लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। कदमा के रहने वाले जीतेंद्र दीक्षित ने बताया कि सैटेलाइट टाउनशिप में बसने के कई फायदे हैं। इस तरह के टाउनशिप में बसने से एयर पॉल्यूशन, साउंड पॉल्यूशन व दूसरी कई तरह की चीजों से बचा जा सकता है। साथ ही, आउट साइड एरिया में डेवलप हो रहे सैटेलाइट टाउनशिप के बंग्लो या डुप्लेक्स का रेट भी मेन सिटी के कंपेरिजन में काफी कम होता है। इस वजह से लोग इसे इन्वेस्टमेंट का भी बेहतर ऑप्शन मानते हैं।

Central areas में नहीं है space
सिटी की मैक्सिमम लैंड टाटा लीज एरिया में है। इस वजह से बिल्डर्स को सिटी में ज्यादा स्पेश नहीं मिल पाता है। सिटी में बनने वाली बिल्डिंग्स व डुप्लेक्स में स्पेश की कमी की वजह से रिक्रिएशन क्लब, स्वीमिंग पुल, प्ले ग्राउंड, जॉगर्स पार्क या सुपर मार्केट जैसी फैसिलिटी अवेलेबल करा पाना बिल्डर्स के लिए पॉसिबल नहीं है। इस वजह से अब बिल्डिंग्स व अपार्टमेंट्स के लिए आउटर एरिया को ज्यादा प्रीफर कर रहे हैं।

 

Outer areas    
गोविंदपुर, परसुडीह, घोड़ाबांदा, गदरा, कीताडीह, सरजामदा, हलुदवानी, बागबेड़ा

डुप्लेक्स-    2-3 बेडरूम व अन्य सुविधाएं। (प्राइस -    12 से 18 लाख रुपए तक)

बंग्लो - 5 बेडरूम व अन्य सुविधाएं। (प्राइस -23-40 लाख )

Urban areas
बिष्टुपुर, साकची, कदमा, सोनारी, टेल्को, मानगो, सिदगोड़ा

डुप्लेक्स-    2-3 बेडरूम व अन्य सुविधाएं। (प्राइस -    25 से 80 लाख रुपए तक)

बंग्लो - 5 बेडरूम व अन्य सुविधाएं। (प्राइस -30-1 करोड़ )

आज लोग मकान खरीदते समय वहां अवेलेबल फैसिलिटीज व सेफ्टी के  अरेंजमेंट्स का ख्याल रखते हैं। लोगों की इसी ख्यवाहिश को पूरा करने के लिए  बिल्डर्स सैटेलाइट टाउनशिप को प्रीफर कर रहे हैं।
एचएस बेदी, मैनेजर दयाल बिल्डर, छोटा गोविंदपुर

हमलोगों ने छोटा गोविंदपुर स्थित दयाल सिटी में अपनी फैमिली के लिए दो डुप्लेक्स खरीदा है। सिटी से डिस्टेंस आज कल मैटर नहीं करता। यहां पॉल्यूशन व ट्रैफिक काफी कम है. 
- नीरज प्रकाश


सिटी के इनर एरिया में स्थित अपार्टमेंट्स में लोगों को अधिक  फैसिलिटी नहीं मिलती है। आउटर एरिया में बन रही कॉलोनी में सुविधाएं हैं। सैटेलाइट टाउनशिप बेस्ट ऑप्शन है।
सीता देवी , गोविंदपुर

सिटी के लोग अब सैटेलाइट टाउनशिप को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। लोगों की च्वाइस को देखते हुए कई कंस्ट्रक्शन कंपनीज सिटी के आउटर एरियाज में कॉलोनी डेवलप कर रही है।
रोहित सिंह, बिल्डर गौरी गौतम कंस्ट्रक्शन

जमशेदपुर में भी लोग अब सैटेलाइट टाउनशिप को ज्यादा प्रीफर कर रहे हैं। सैटेलाइट टाउनशिप में लोगों को कई फैसिलिटीज एक साथ मिल जाती है। यह इसका सबसे बड़ा फायदा है।
भरत, आर्किटेक्ट


Posted By: Inextlive