टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की पीजी एडमिशन मेरिट में सिक्योर की सेकंड पोजीशन

इलाहाबाद की निवासिनी सौम्या तिवारी ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंजेस की आल इंडिया लेवल पर होने वाली परीक्षा में सेकंड पोजीशन गेन करके शहर का मान बढ़ाया है। बता दें कि पीजी लेवल के इस कोर्स के लिए कुल 20 छात्रों का चयन होता है।

पिता का सहयोग मां से प्रेरणा

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से एक्सक्लूसिव बातचीत में सौम्या ने कहा कि सफलता का कोई शार्ट कट नहीं होता। इसके लिए रेग्युलर राइट डायरेक्शन में पढ़ाई करनी होती है। मैं ऐसा कर पायी तो इसलिए क्योंकि मेरे पिता डॉ कमलेश तिवारी ने सहयोग किया। मां सुषमा तिवारी हमेशा से मेरी प्रेरणा रहीं। साइंस स्ट्रीम की स्टूडेंट ने सोशल फील्ड क्यों चुनी के जवाब में सौम्या का कहना था कि मेरी मां ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से संस्कृत में पीजी किया है। पिता जी को मैने तमाम लोगों की मदद करते हुए देखा है। इसी से मन में आया कि मैं भी क्यूं न सोशल फील्ड में जाऊं। इसीलिए साइंस स्ट्रीम के किसी कोर्स के स्थान पर मैने इस फील्ड में जाने को तवज्जो दी।

एक सीट के 20 थे दावेदार

यूजीसी मान्यता प्राप्त टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज इस फील्ड में सबसे रिनाउंड माना जाता है। जनवरी में हुए प्री टेस्ट में देशभर से हजारों छात्र इसमें शामिल हुए थे। सेकंड फेज रिटेन कम इंटरव्यू के लिए 400 छात्रों का चयन किया गया था। बताते चलें कि सेकंड फेज में एक घंटे का रिटेन एग्जाम और फिर इंटरव्यू होता है। इसके आधार पर 20 लोगों का सेलेक्शन होता है। सौम्या इन इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी ऑनर्स के साथ ग्रेजुएशन का एग्जाम दिया है। उन्हें 18 मई को रिपोर्ट करना है।

Posted By: Inextlive