बेटे की शूटिंग की तैयारी के लिए लोगों से भी उधार लिया पैसा

सौरभ के पिता ने की पुरस्कार की राशि बढ़ाने की मांग

 

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MEERUT : इंडोनेशिया में आयोजित एशियन गेम्स की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर मेरठ और देश का नाम देश व दुनिया में रोशन करने वाला 16 वर्षीय सौरभ चौधरी का परिवार मेरठ जिले के कलीना गांव में रहता है। सौरभ के पिता जगमोहन सिंह किसान हैं। पिता का कहना है कि शूटिंग का खेल काफी महंगा खेल है। सौरभ को इस खेल की जिद थी इसलिए लोगों से उधार लिया। जरूरत पड़ने पर बैंक से भी तीन लाख का लोन लेकर उसे तैयारी करवाई। अब चिंता नहीं सब उतर जाएगा।

 

50 लाख नहीं पांच करोड़

सौरभ के गोल्ड जीतने पर प्रदेश सरकार की 50 लाख रूपये देने की घोषणा पर नाराजगी जताते हुए सौरभ के पिता जगमोहन और दादा श्यामवीर ने इसे बहुत कम बताया है। पिता और दादा ने हरियाणा सरकार की तर्ज पर खेल और खिलाडि़यों के प्रोत्साहन के लिए 5 करोड़ रूपये की मांग की है

 

12 साल की उम्र में

सौरभ के पिता जगमोहन ने बताया कि सौरभ ने 2015 ने मात्र 12 साल की उम्र में अपने साथियों को देखकर शूटिंग सीखना शुरू किया था। तीन साल की प्रेक्टिस के बाद 16 साल की उम्र में ही उसने देश के लिए पहला गोल्ड जीत लिया यह बड़ी उपलब्धि है। पिछले 3 वषरें से सौरभ जनपद बागपत के बिनौली स्थित वीर शाहमल राइफल क्लब पर कोच अमित सोरान के निर्देशन में शूटिंग का प्रशिक्षण ले रहा है.

 

स्टेडियम के जमीन देंगे

सौरभ के दादा श्यामवीर ने प्रदेश सरकार से कलीना और आसपास के गांव के खिलाडि़यों की प्रतिभा को निखारने के लिए कलीना में स्पो‌र्ट्स स्टेडियम की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को जमीन वे उपलब्ध कराएंगे।

 

देश का नाम रोशन

सौरभ के बडे़ भाई नितिन चौधरी ने बताया कि सौरभ पर देश का नाम रोशन करने और गोल्ड जीतने का एक जुनून सवार था। वह बिनौली शूटिंग रेंज में 8 से 10 घंटे की रोजाना प्रेक्टिस करता था। वह इस साल 10वीं की पढ़ाई कर रहा है.

 

सौरभ की उपलब्धियां

सौरभ चौधरी शूटिंग में यूथ ओलंपिक कोटा लेने वाला पहला भारतीय खिलाड़ी भी है।

सौरभ ने जर्मनी के स्कूल में आयोजित आईएसएसएफ जूनियर व‌र्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में 243.7 अंकों के साथ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीता था।

इसी साल जनवरी माह में केरल के त्रिवेंद्रम में आयोजित 61वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में भी नेशनल रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता था।

इसी प्रतियोगिता में सौरभ ने जूनियर वर्ग में 579 अंकों के साथ रजत पदक भी हासिल किया था।

सौरभ ने खेलो इंडिया में स्वर्ण पदक और पिछले 2 साल में 7 इंटरनेशनल मेडल भी जीते हैं।

 

सुविधाओं का अभाव

मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में शूटिंग खिलाडि़यो के लिए सुविधाओं का अभाव होने के कारण आज भी मेरठ के खिलाड़ी प्राईवेट शूटिंग रेंज में जाकर अपनी प्रतिभा निखारने को मजबूर हैं। स्पो‌र्ट्स स्टेडियम के शूटिंग कोच संदीप नागर ने बताया कि अभी स्टेडियम की शूटिंग रेंज में इंटरनेशनल लेवल की प्रेक्टिस के लिए सुविधाओं का अभाव है। खेलो इंडिया के तहत जल्द स्टेडियम में शूटिंग रेंज को विकसित किया जाएगा। स्टेडियम में इलेक्ट्रॉनिक पुली का प्रस्ताव भेजा जा चुका है इस पुली के मिल जाने के बाद शूटिंग के स्तर में सुधार होगा।

 

सुविधाओं की दरकार

10 मीटर एयर पिस्टल के लिए इलेक्ट्रॉनिक सेंसर मशीन की दरकार

टर्निग टारगेट की सुविधा मिलनी चाहिए

इलेक्ट्रॉनिक पुली की सुविधा होनी चाहिए

 

शूटिंग के खेल में अभी सुविधाएं कुछ कम हैं। राइफल एसोसिएशन के स्तर पर सुधार के काफी प्रयास किए गए हैं। स्टेडियम में स्वीमिंग पूल के नीचे रेंज बनाई हुई है। इससे अलग पुरानी रेंज पर भी अंतराष्ट्रीय स्तर पर ट्रेनिंग दी जा रही है।

वेदपाल भाटी, प्रभारी, रायफल एसोसिएशन

Posted By: Inextlive