-दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय का छठा दीक्षा समारोह

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ष्ठन्क्त्रक्च॥न्हृद्दन्/क्कन्ञ्जहृन्: राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन ने कहा कि संस्कृत की बहुमूल्य पांडुलिपियों के संरक्षण व उसके डिजिटलाइजेशन की नितांत आवश्यकता है। तकनीकी विकास का लाभ उठाकर हमें संस्कृत की प्राचीन गौरवशाली और दुर्लभ कृतियों को सुरक्षित करना चाहिए। अगर भारत को जगदगुरु के रूप में फिर प्रतिष्ठित करना है तो संस्कृत भाषा साहित्य की श्रीसमृद्धि करनी पड़ेगी। राज्यपाल मंगलवार को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के छठे दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे।

पूर्वजों की तपस्या को सुरक्षित रखें दीक्षा समारोह में उपाधियां प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को राज्यपाल ने मिशनरी करार दिया। छात्रों से अपील की कि वे पूर्वजों की तपस्या को सुरक्षित रखें। संस्कृत केवल भाषा नहीं, बल्कि संस्कृति हैं, इसे अंगीकार करें।

Posted By: Inextlive