- 16 मई को एसआईटी ने हरिद्वार में शंखधर को किया था अरेस्ट

DEHRADUN: दशमोत्तर स्कॉलरशिप करप्शन में जनजाति निदेशालय के उप निदेशक और तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी हरिद्वार अनुराग शंखधर को शासन ने सस्पेंड कर दिया है. निदेशालय की संस्तुति पर समाज कल्याण सचिव एल फैनई ने सस्पेंशन आर्डर जारी किए हैं. सरकारी धन का गबन, फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति जारी करने तथा करप्शन के मुकदमे में एसआईटी ने शंखधर को अरेस्ट किया था. शंखधर सुद्धोवाला जेल में बंद है. इधर, आरोपित के खिलाफ विभागीय जांच पर फिलहाल निर्णय नहीं हुआ है.

करोड़ों रुपए का स्कॉलरशिप स्कैम

वर्ष 2012 से 2017 के बीच बांटी गई करोड़ों रुपये के स्कॉलरशिप स्कैम की जांच एसआईटी कर रही है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर हो रही इस जांच में अभी तक हरिद्वार के 10 कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई कर एसआईटी 12 लोगों को जेल भेज चुकी है. इसमें हरिद्वार के समाज कल्याण अधिकारी रहे अनुराग शंखधर भी शामिल है. एसआईटी की कार्रवाई से बचने को शंखधर 39 दिन पहले ही अवकाश पर चले गए थे. एसआईटी की सख्ती हुई तो वह 16 मई को बयान दर्ज कराने पहुंचे. इसी दौरान एसआईटी ने शंखधर को अरेस्ट कर लिया था. मंडे को जनजाति निदेशालय ने आरोपित के सस्पेंशन की संस्तुति शासन को भेजी. इसके बाद शासन ने शंखधर के सस्पेंशन के आदेश जारी कर दिए. समाज कल्याण विभाग के सचिव फैनई ने कहा कि एसआईटी की कार्रवाई की सूचना के बाद शंखधर के खिलाफ सरकारी सेवक नियमावली के तहत कार्रवाई की गई है.

Posted By: Ravi Pal