-बनारस के प्राइमरी स्कूलों में बनेंगे पेरेंट्स कॉर्नर, जल्द होगी योजना की शुरूआत

-बच्चों के अभिभावकों को शिक्षा के साथ सरकारी योजनाओं की दी जाएगी जानकारी

क्या आपने किसी स्कूल में बच्चों के साथ उनके पेरेंट्स को भी पढ़ते देखा है। नहीं ना तो अब देखेंगे। शासन ने अनूठी पहल की है। जिले के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के मां बाप को भी शिक्षित करने का फरमान जारी किया गया है। अब इन स्कूलों में जहां बच्चे पढ़ेंगे, वहीं एक कॉर्नर में उनके पेरेंट्स को पढ़ाया जाएगा। इस प्लान के तहत बेसिक शिक्षा परिषद ने स्कूलों में पेरेंट्स कॉर्नर बनाने के निर्देश दिए हैं। खास तौर से तैयार होने वाले इस कॉर्नर में उन्हें शिक्षा से जुड़ी योजनाओं के अलावा तमाम सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि बहुत जल्द ही बनारस के प्राइमरी स्कूलों में इसकी शुरुआत होगी।

गोंडा में हो चुका है सफल

बता दें कि इस प्रोजेक्ट को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक स्कूल में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरु किया गया था। वहां इसके सफल होने के बाद अब इसे बनारस समेत प्रदेश के समस्त जिलों में शुरु करने की योजना बनाई गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी जय सिंह की मानें तो इस कॉन्सेप्ट को शुरू करने का मकसद स्कूल में आने वाले बच्चों के माता पिता हर उस सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देना है जिससे वे अब तक अंजान हैं।

प्रिंसिपल की होगी जिम्मेदारी

प्राइमरी स्कूलों में बनने वाले पेरेंट्स कॉर्नर की जिम्मेदारी वहां के प्रिंसिपल को दी जाएगी। योजना के तहत पेरेंट्स कॉर्नर पर योजनाओं की जानकारी के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके अलावा तख्तियां, स्लोगन, चार्ट की सहायता से लोगों को इनकी प्राथमिक जानकारी दी जाएगी। यही नहीं आईसीटी की ट्रेनिंग कर चुके टीचर्स को नोडल ऑफिसर बनाया जाएगा।

क्या-क्या होगा काम

-डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए अभिभावकों को डिजिटल इंडिया के बारे में जानकारी दी जाएगी।

-स्कूल में पेरेंट्स को इमरजेंसी सेवाओं जैसे पुलिस सहायता, महिला उत्पीड़न, एंबुलेंस सेवा, अग्निशमन सेवा के बारे में भी बताया जाएगा।

-इसके साथ ही उन्हें सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, जनसुनवाई, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, स्वच्छ भारत मिशन व अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा।

-आरटीई एक्ट, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के बारे में बताया जाएगा। साथ ही बाल पुष्टाहार योजना के बारे में जानकारी दी जाएगी।

-स्कूल में शिक्षा के अधिकार अधिनियम-2009 की हिंदी की प्रतियां में रखी जाएंगी।

-स्कूल के प्रत्येक बच्चे को अपने परिवार के अशिक्षित लोगों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी भी दी जाएगी।

-छात्रों के परिवारजनों में 15 साल से अधिक उम्र के अशिक्षित लोगों का रिकार्ड भी स्कूल में रखा जाएगा।

-खुले में शौच, उससे होने वाली बीमारियों व शौचालय के फायदों के बारे में भी बताया जाएगा।

विभाग को इसकी जानकारी मिली है। योजना को लागू करने को लेकर विचार किया जा रहा हैं। शासन के निर्देशानुसार जल्द ही स्कूलों में इन्हें लागू कर दिया जाएगा।

जय सिंह, बीएसए

Posted By: Inextlive