RANCHI : झारखंड के होनहार बच्चों को मानव तस्करी रोकने के लिए जागरुक किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें ह्यूमन ट्रैफिकिंग से संबंधित जानकारियां देने की तैयारी चल रही है। सरकारी स्कूल के बच्चे अब कोर्स की किताबों में ही मानव तस्करी से संबंधित पाठ पढ़ेंगे। कोर्स की किताबों में मानव तस्करी, बाल मजदूरी समेत अन्य सामाजिक मुद्दों से जुड़े चैप्टर होंगे। इससे उन्हें इस बात से अवगत कराया जाएगा कि बाल मजदूरी अपराध है। इसे न तो बच्चों को करना चाहिए और न ही बच्चों से करवानी चाहिए।

प्रिंटर्स को गाइडलाइन जल्द

किताबों को पढ़कर छात्र-छात्राओं को नहीं लगेगा कि वे सिर्फ कोर्स के बारे में जान रहे हैं, लर्निंग आउटकम दिखेगा। हर छात्र-छात्रा को किताब से इतर भी जानकारी मिलेगी। जेसीईआरटी किताबों में इससे संबंधित अध्याय रखने के लिए गाइडलाइन बन रही है। इसे किताब छापने वाले प्रिंटर्स को दिया जायेगा।

नए सेशन से होगा आगाज

झारखंड शिक्षा शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) ने अप्रैल 2019 से शुरु होने वाले न्यू सेशन से ऐसी पाठ्य पुस्तकों को लागू करने का फैसला किया है, जिसमें मानव तस्करी और बाल मजदूरी के साथ-साथ राज्य की सामाजिक, सांस्कृतिक, भौगोलिक, आर्थिक और शैक्षिक परिदृश्यों का अध्ययन कर सकेंगे।

रोड सेफ्टी की भी पढ़ाई

प्राथमिक व मध्य विद्यालयों की पाठ्य पुस्तकों में सड़क सुरक्षा की भी जानकारी दी जाएगी, इसमें हर किताब के बीच-बीच में यातायात नियम को शामिल किया जाएगा। इसमें सड़क पर किस दिशा में चलना है, सड़क कैसे पार करना है और क्या सावधानी बरतनी है इसकी फोटो के साथ जानकारी दी जाएगी। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के तहत सिलेबस में यह बदलाव किए जा रहे हैं।

Posted By: Inextlive