PANTA : सत्येन्द्र कुमार पिछले तीन दिनों से कोतवाली थाने में दौड़ रहे थे. लेकिन उनका मामला दर्ज नहीं हो रहा था. पुलिस भी यह कह रही थी कि आपकी गाड़ी और ड्राइवर मुजफ्फरपुर गया है ऐसे में मामला मुजफ्फरपुर का ही बनता है. जबकि सत्येन्द्र का कहना था कि उनकी स्कार्पियों के साथ उनके ड्राइवर अजय को किडनैप कर लिया गया है.


पुलिस ने मोबाइल फोन की लोकेशन भी निकाली, तो वो मुजफ्फरपुर ही आई। 29 तारीख को अचानक से सत्येन्द्र के मोबाइल पर एक फोन आया और उनकी बातों की सच्चाई सामने आ गयी। किडनैप्ड ड्राइवर अजय और उनकी स्कार्पियो यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में ढेबरूआ थाना एरिया में मिली।भरपाई करने को आया फोन यह तो महज इत्तफाक ही है कि उनकी गाड़ी और ड्राइवर की जानकारी मिल गयी। वरना ड्राइवर को तो मार देने का ही प्लान था। दरअसल, सिद्धार्थनगर से एक व्यक्ति ने फोन किया कि आपकी स्कार्पियो ने मेरी बोलेरो में टक्कर मार दी है। तीन हजार रुपए देने होंगे। सत्येन्द्र का दिमाग खटका और उस व्यक्ति से कहा कि पुलिस को खबर कीजिये मेरी गाड़ी को लेकर कोई फरार हो गया है। डिक्की में बेहोश ड्राइवर


पुलिस को खबर हुई तो चेकिंग के दौरान डिक्की में बेहोश ड्राइवर अजय मिला। उसे इलाज के लिए हॉस्पीटल भेजा गया। जबकि शाह फैजल नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसने ढेबरुआ थानाध्यक्ष को बताया कि वह मोतिहारी का रहने वाला है। ड्राइवर के होश में आने पर उसका बयान लिया गया। उसने बताया कि उसे रसगुल्ला खाने के बाद होश नहीं है।मां की बीमारी बताकर ली स्कार्पियो

गर्दनीबाग निवासी सत्येन्द्र कुमार की स्कार्पियो वीणा सिनेमा के समीप अमित नाम के आदमी के यहां पार्क होती थी। 26 तारीख को अब्दुल रफीक ने अपनी मां के इलाके लिए गाड़ी बुक की। मां को पीएमसीएच लाना था। गाड़ी तो गयी, लेकिन लौटकर नहीं आयी। रात नौ बजे तक बात हुई। पर, बाद में मोबाइल बंद मिला। आखिरकार मामले के खुलने के बाद और एसएसपी आलोक  कुमार को बुधवार को सारी बात बताने पर कोतवाली थाने में कांड संख्या 108क्र/12 दर्ज की गई है।

Posted By: Inextlive