-एलईडी बल्ब, फैन बांटने के लिए शहर में बने वितरण केन्द्र हुए बंद

-बिजली विभाग अब उपभोक्ताओं को नहीं बांटेगा बल्ब

अगर आप नए एलईडी बल्ब खरीदने या खराब हो चुके बल्ब को बदलने के लिए बिजली विभाग या संबंधित वितरण केन्द्र चक्कर काट रहे हैं तो ठहर जाइए। अब इन केन्द्रों पर आपको न बल्ब मिलेगा और न बदला जाएगा। क्यों सभी केन्द्रों का शटर डाउन कर दिया गया है। ऐसा इसलिए कि केन्द्र सरकार की उजाला योजना के तहत बिजली विभाग को बनारस में जितना बिजली बचाना था बचा लिया। ऐसा हम नहीं एनर्जी इफिसिएंसी सर्विस लिमिटेड (ईईएसएल) के अधिकारी कह रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि सरकार ने उजाला योजना को लाने से पहले इसका प्रचार प्रसार तो खूब किया, जिसका नतीजा ये रहा कि घर-घर तक एलईडी की पहुंच बढ़ी। लेकिन अब जब इन खराब बल्बों को बदलने के बारी आई तो चुपचाप वितरण केन्द्रों को बंद कर दिया गया।

जितना बांटना था बांट चुके

इधर ईईएसएल अधिकारियों का कहना हैं कि केन्द्र सरकार के उजाला योजना अंतर्गत बनारस में बिजली बचाने के लिए जितने घरों तक बल्ब बांटने का टारगेट रखा गया था वो लगभग पूरा हो चुका है। लिहाजा अब अब वितरण केन्द्रों पर बल्ब, ट्यूब लाईट मिलने के आसार दिखाई नहीं दे रहे है। रही बात बल्ब को बदलने की तो इसमें दो साल पहले बेचे गए बल्ब में सिर्फ दो साल की ही गारंटी दी गई थी, जो अब खत्म हो चुकी है।

तीन साल की गारंटी फेल

पावर कारपोरेशन ने एनर्जी एफिशिएंसी के माध्यम से तीन साल पहले उजाला योजना लांच की थी। इसमें उपभोक्ताओं को सस्ते दाम पर एलईडी बल्ब, पंखा व ट्यूब लाईट मुहैया कराया गया। तब से अब तक उपभोक्ताओं को तीन साल की गांरटी के साथ सात वाट का एलईडी बल्ब व 50 वाट पंखा और ट्यूब लाइट बेचा गया। लेकिन अब उपभोक्ता इन सामानों को लेकर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।

कहां जाए उपभोक्ता?

गांरटी के बावजूद अधिकतर घरों में लगे ट्यूब लाइट और बल्ब खराब हो गए हैं। जिसे बदलने के लिए उपभोक्ता संबंधित केन्द्रों का चक्कर काट रहे हैं। ईईएसएल के स्टाल पर भी महीनों से स्टॉक खत्म है। बार-बार डिमाण्ड भेजने के बाद भी स्टॉक न पहुंचने पर इन्हे पूरी तरह से बंद कर दिया गया। अब सवाल उठता है कि वे उपभोक्ता कहां उस खराब बल्ब को बदलने जाएं जिन्होंने पिछले साल ही बल्ब और ट्यूबलाइट खरीदी थी।

दावा हुआ हवा

बिजली बचत को बढ़ावा देने के लिए ईईएसएल ने तीन साल पहले कैंप लगवाकर उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट बेचा था। उस दौरान अधिकारियों ने दावा किया था कि बनारस में उपभोक्ताओं को सुविधा देने के लिए नौ वितरण केन्द्र बनाया गया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्टॉल लगाया जाएगा, जहां से उपभोक्ता अपने खराब एलईडी बल्ब, पंखा व ट्यूब लाईट बदल सकेंगे। मगर अफसोस कि अब ईईएसएल के जिम्मेदार कह रहे है कि वितरण केन्द्र बंद कर दिए गए है।

ईईएसएल समेटने में है दुकान

सूत्रों की माने तो इनर्जी इफिसिएंसी सर्विस लिमिटेड बनारस में अपनी दुकान समेटने की फिराक में है। सिगरा स्थित कस्तूरबा नगर में बना ईईएसल का कार्यालय वहां से बंद हो गया है। कचहरी के पास सिफ्ट कर दिया गया है। यहां से आला अफसरों को भी लखनऊ और दिल्ली बुलाया जा चुका है। ऐसे में इस बात का भी अंदेशा है कि कही ये ऑफिस भी न बंद हो जाए।

फैक्ट फाइल

पिछले तीन साल में बांटे

14, 32,229

बल्ब

21, 389

ट्यूब लाइट

17,430

फैन

09

वितरण केन्द्र बनाए गए थे शहर में

01

भी केन्द्र नहीं है खुला

वर्जन

उजाला योजना के तहत ईईएसएल को शहर और गांव में जितने बल्ब और ट्यूब लाइट बांटने थे बांट दिए गए हैं। इसलिए सभी वितरण केन्द्र बंद कर दिए गए। जिसे बल्ब बदलना है, उनके लिए विश्वेश्वरगंज डाकघर में इंतजाम किया जा रहा है।

प्रमोद कुमार, डिप्टी मैनेजर, ईईएसएल, वाराणसी

Posted By: Inextlive