इटली में कोस्टगार्डों का कहना है कि वहाँ डूबे जहाज़ के बाद लापता हुए 29 लोगों को ज़िंदा बचाने की थोड़ी उम्मीद बची हुई है.

शुक्रवार देर रात को ये लग्ज़री समुद्री जहाज़ ज़मीन से जा टकराया था। अब तक छह लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। जहाज़ के संचालक ने कप्तान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बिना मंज़ूरी के रास्ता बदल लिया जिस कारण जहाज़ तट के बहुत करीब पहुँच गया।

इतालवी समाचार एजेंसी के मुताबिक कैप्टन फ़ैन्सेस्को पर स्थानीय बंदरगाह के अधिकारियों ने बचाव कार्य बीच में छोड़ने का आरोप भी लगाया है।

टेप की गई बातचीत के आधार पर रिपोर्टों में कहा गया है कि जब अधिकारियों ने उन्हें यात्रियों के बचाव कार्य की निगरानी करने को कहा तो कप्तान जवाब देने से बचते रहे। पुलिस कप्तान से पूछताछ कर रही है। उनका कहना है कि उन्होंने सभी कायदों का पालन किया था।

इस जहाज़ में 300 भारतीय नागरिक भी फँसे हुए थे जो सुरक्षित हैं। इटली में भारत के राजदूत देबब्रत सेन ने सोमवार को बताया कि ये सभी 300 भारय नागरिक चालक दल का हिस्सा हैं।

इस बीच इटली का कहना है कि वो इलाक़े में आपातकाल की स्थिति की घोषणा करने जा रहा है। इसका मकसद जहाज़ के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद पर्यावरण को होने वाले नुक़सान को रोकना है।

Posted By: Inextlive