अमरीका का कहना है कि मलेशियन एयरलाइंस के लापता विमान की खोज का दायरा अब पश्चिम में हिंद महासागर की तरफ़ बढ़ गया है.


विमान की खोज के लिए अमरीकी नौसेना अपना एक विध्वंसक पोत, यूएसएस किड, मलेशिया के पश्चिमी तट की ओर भेज रही है.एक अमरीकी अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि लापता विमान की खोज का दायरा हिंद महासागर में बढ़ाने का मतलब यह नहीं है कि इस बारे में जांचकर्ताओं को कोई ख़ास सुराग मिले हैं.खोज का दायरा बढ़ाने का क़दम ऐसे समय में उठाया गया है जब अमरीकी मीडिया में ख़बरें आ रही हैं कि रडार से ग़ायब होने के कुछ घंटे बाद तक विमान एक सेटेलाइट को जानकारी भेज रहा था.लेकिन इस बात की अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है.


व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा, "नई जानकारी मिलने से जांच का दायरा बढ़ाने के लिए हम हिंद महासागर में खोज का हिस्सा बन सकते हैं. हम मलेशिया को खोज में मदद कर रहे हैं ताकि हमें ये पता चल सके कि विमान के साथ क्या हुआ था. हम मलेशिया सरकार और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिल कर काम रहे हैं."कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा ये विमान बीते शनिवार को उड़ान भरने के कुछ घंटे के भीतर ही लापता हो गया था. इसमें 239 लोग सवार थे.खोज में भारत शामिल

अधिकारी ने कहा कि इस नई जानकारी से जांचकर्ताओं को लगता है कि संभव है कि रडार से लापता होने के बाद विमान ने 1600 किमी से अधिक का सफ़र तय किया था. विमान में चार घंटे तक उड़ने के लिए ईंधन था.इस बीच दो अमरीकी अधिकारियों ने एबीसी न्यूज से कहा कि विमान में मौजूद दो संचार प्रणालियों ने अलग-अलग समय पर आंकड़े भेजना बंद किया था.इससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि विमान के साथ कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ था.अधिकारियों ने बताया कि डेटा रिपोर्टिंग सिस्टम ने अंतरराष्ट्रीय समय के मुताबिक़ शाम पाँच बजकर सात मिनट पर काम करना बंद किया था जबकि ट्रांसपोंडर इसके 14 मिनट बाद बंद हुआ था. ट्रांसपोंडर विमान की जगह, ऊंचाई और पहचान के बारे में जानकारी भेजता है.इससे पहले गुरुवार को मलेशिया के कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के दावे को ख़ारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इंजन निर्माता रॉल्स रॉयस और मलेशियाई एयरलाइंस ने इसे ग़लत बताया है.हुसैन ने कहा, "विमान से जो अंतिम सिग्नल मिला था उसमें कहा गया था कि सब कुछ ठीक है."

Posted By: Subhesh Sharma