-सराय तल्फी में 88 करोड़ की लागत से जल्द लगेगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

-सिंचाई में होगा प्रयोग, शहर के पांच सौ किसानों को मिलेगा लाभ

फैक्ट फाइल

14 करोड़ रुपए की पहली किश्त मिली

5 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे शहर में

1-1 प्लांट इज्जतनगर, शिकारपुर और सराय तल्फी में बनेगा

2 प्लांट नकटिया में बनेंगे

35 एमएलडी पानी का रोजाना ट्रीटमेंट

बरेली : सीवर का गंदा पानी अब नदियों में नहीं जाएगा. शहर में पांच सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए शासन की मंजूरी मिलने के साथ ही सराय तल्फी में प्लांट लगाने के लिए पहली किश्त भी जल निगम को मिल चुकी है. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता हटते ही प्लांट लगाने का काम शुरू हो जाएगा.

मार्च में मिली पहली किश्त

जल निगम की ओर से जनवरी 2018 में शासन को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसको 11 मार्च 2019 को शासन की ओर से हरी झंडी मिल गई. इसके साथ ही सराय तल्फी में 88 करोड़ रुपए की लागत से पहला प्लांट लगाने के लिए 14 करोड़ रुपए की पहली किश्त भी जल निगम को भेज दी है.

इन इलाकों में मिलेगी बड़ी राहत

सराय तल्फी में प्लांट लगने से जोन 2 के अंतर्गत आने वाले सुभाष नगर, सिविल लाइंस व किला और पुराना शहर के सीवर के गंदे पानी का ट्रीटमेंट किया जाएगा. प्लांट पर गंदे पानी को फिल्टर कर रामगंगा में बहा दिया जाएगा. जिससे रामगंगा भी मैली नहीं होगी.

यहां लगेंगे प्लांट

सराय तल्फी के बाद जल निगम ने शहर की पांच अन्य जगहों की भी पहचान की गई हैं. सराय तल्फी के बाद इज्जतनगर इलाके के बैरियर टू, शिकारपुर, नकटिया में दो प्लांट लगाने की भी जल निगम ने तैयारियां पूर्ण कर लीं है. पहला प्लांट स्टार्ट होते ही अन्य प्लांटों का कार्य भी आरंभ कर दिया जाएगा.

500 किसानों को मिलेगा फायदा

सराय तल्फी में प्लांट लगने से आसपास के करीब पांच सौ किसानों को सिंचाई के लिए साफ पानी दिया जाएगा. जिससे खेतों की सिंचाई हो सकेगी. इस क्षेत्र के गांव सराय तल्फी, बिरिया नारायनपुर समेत करीब चार गांवों के किसानों को इसका फायदा मिलेगा. प्लांट शुरू होने के बाद उन्हें खेतों में सिंचाई के लिए डीजल पर मोटी रकम खर्च करने से निजात मिल जाएगी.

कई साल से बंद पड़ा है प्लांट

सीवर के पानी को ट्रीटमेंट करने के लिए सराय तल्फी में करीब तीन दशक पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया था. यहां सीवर के पानी को ट्रीटमेंट के बाद खेतों की सिंचाई के लिए दिया जाता था, लेकिन नगर निगम की लापरवाही के चलते करीब चार साल से प्लांट बंद पड़ा है. प्लांट के मोटर और दूसरे उपकरण भी गायब हो चुके हैं. इसके चलते सीवर का गंदा पानी सीधे किला नदी के जरिए रामगंगा में ही जा रहा है.

वर्जन :::

शहर में गंदगी बड़ी समस्या है, जिसके तहत ही पिछले वर्ष शासन को शहर में पांच स्थानों पर एसटीबी प्लांट लगाने का प्रस्ताव भेजा था, जिसके मंजूरी मिल गई है. जून माह में सबसे पहले सराय तल्फी में प्लांट लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा. इस प्लांट के लिए पहली किश्त प्राप्त हो गई है. अन्य प्लांटों के लिए भी बजट जल्द प्राप्त हो जाएगा.

संजय कुमार, एक्सईएन, जल निगम.

Posted By: Radhika Lala