PATNA : 'मैं अफजल इमाम पटना नगर निगम वार्ड 52 पटना महापौर के लिए पूरे कर्तव्य निष्ठा से शपथ लेता हूं कि अपने कर्तव्य का पूरी तरह से पालन करूंगा...' इस शपथ के साथ ही एक बार फिर अफजल इमाम पटना के पहले नागरिक बन गए.

मेयर के रूप में अफजल इमाम का यह दूसरा टर्म होगा। प्रतिद्वंदी संजय कुमार को 29 वोट मिले, जबकि अफजल इमाम ने 41 वोट लाकर मेयर की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया। वहीं राजनीतिक फेरबदल की वजह से रूप नारायण मेहता को आसानी से डिप्टी मेयर का ताज मिल गया। पूर्व के डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी।
10 बजे शुरू हआ समारोह
सुबह नौ बजे से ही कलेक्ट्रेट कैंपस में सभी 72 वार्डों के नवनिर्वाचित काउंसलर जुटने लगे थे। दस बजे तक सारे काउंसलर हॉल में पहुंच गए, जहां उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इसके बाद मेयर के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुरु हुई। आधे घंटे बाद मेयर और डिप्टी मेयर का नॉमिनेशन हुआ। मेयर पद के लिए अफजल इमाम और संजय कुमार, तो डिप्टी मेयर पद के लिए विनय कुमार पप्पू और रूप नारायण मेहता खड़े हुए। नाम वापसी के लिए दस मिनट का वक्त दिया गया। एक ही बार में मेयर और डिप्टी मेयर का फैसला हो गया। इसके बाद मेयर और डिप्टी मेयर को फिर से शपथ दिलाई गई।
'सिटी' के हाथ में कमान
सभी वार्डों की जवाबदेही अब पटना सिटी के काउंसलर के हाथ में आ गई है। पहले जहां अफजल इमाम वार्ड 52 सिटी एरिया के थे, तो डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू वार्ड 28 डाकबंगला चौराहा एरिया से आते थे। लेकिन इस बार मेयर और डिप्टी मेयर दोनों सिटी एरिया से ही हैं।
41-41 की जोड़ी
चौंकाने वाली बात यह हैै मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी के लिए इस बार दो कैंडिडेट्स को 41-41 वोट मिले। मेयर पद के लिए मिलने वाले वोट में से दो क्रास वोटिंग की वजह से रद्द हो गए, यानी 43 की जगह 41 वोट ही मिले। इसी तरह, डिप्टी मेयर को भी 41 वोट ही मिले।
नहीं चला गठजोड़
मेयर की कुर्सी के लिए बीजेपी और जदयू का गठजोड़ नहीं चल पाया। इस बार जदयू की ओर से अफजल इमाम को तो कुर्सी मिल गई, लेकिन डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी के बागी कैंडिडेट को सपोर्ट मिल गया। इस तरह रूप नारायण मेहता इस बार के डिप्टी मेयर बन गए।
पीछे हट गए विनोद
एक रात पहले जैसे ही विनय कुमार पप्पू बीजेपी की गोद में गए, तो बीजेपी का बागी कैंडिडेट रूप नारायण मेहता अफजल इमाम के खेमे में आ गए। वहीं अफजल इमाम के सपोर्ट वार्ड 20 के विनोद यादव ने ऐनवक्त पर अपना पैर पीछे कर लिया। इसका लाभ रूप नारायण को मिल गया।
मोदी का खोटा सिक्का!
डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी व बीजेपी की ओर से मेयर पद के लिए संजय कुमार को उतारा गया, पर उसे मुंह की खानी पड़ी। निर्वाचित मेयर और डिप्टी मेयर के लिए अनंत सिंह और नंदकिशोर यादव का सिक्का चला। चर्चा है कि नंदकिशोर यादव ने रूप नारायण के सिर पर हाथ रखा था।
जीतने पर जमकर हुआ प्रदर्शन
मेयर और डिप्टी मेयर चुने जाने के बाद समर्थकों ने जमकर रोड पर प्रदर्शन किया और खुशियां मनाई। अफजल और रूप नारायण मेहता के सपोटर्स ने नारेबाजी की एवं एक-दूजे को जीत की बधाई दी। इस दौरान मेयर और डिप्टी मेयर शहर के जाने-माने रसूखदार के यहां भी गए।

शहर के लोगों के लिए योजनाओं की अब भरमार लग जाएगी। विकास की रफ्तार और तेज होगी। योजनाओं के सागर से भरेगा राजधानी का गागर। हर प्रॉब्लम को सीरियसली लेकर उसे ठीक किया जाएगा।
अफजल इमाम, मेयर।

शहर में कहीं भी गंदगी नहीं रहेगी, कचरा जमा नहीं होने दिया जाएगा। टैक्स देने वालों को कंप्लेन का मौका ही नहीं दिया जाएगा। स्वच्छ निर्मल बनाएंगे पटना को। चारों ओर विकास की विकास दिखेगा।
रूप नारायण मेहता, डिप्टी मेयर।

Posted By: Inextlive