-जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन स्थलों की पुख्ता सुरक्षा के सख्त निर्देश

PATNA/BIHARSHARIFF: सोमवार को औरंगाबाद-गया सीमा स्थित डुमरी में हुए नक्सली हमले के दौरान क्0 कोबरा के जवानों के शहीद हो जाने के बाद राजगीर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जारी हाई अलर्ट के तहत राजगीर अनुमंडलीय पुलिस प्रशासन को विभिन्न पर्यटन स्थलों की पुख्ता सुरक्षा के सख्त निर्देश दिए गए हैं। विदित हो कि औरंगाबाद के जंगलों में नक्सलियों के सर्च अभियान में लगे दस कोबरा जवान को नक्सलियों द्वारा बिछाए गए आइईडी विस्फोटक जाल में फंसाकर धोखे से उन्हें शहीद कर दिया गया। जिसके मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर में भी सुरक्षा व्यवस्था में भारी इजाफा किया गया है।

व्यापक सर्च अभियान चलाया

चूंकि राजगीर पंच पहाडि़यों से घिरी होने कारण संभावित नक्सलियों के होने की संभावना को देखते हुए राजगीर अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में कां¨बग आपरेशन के तहत व्यापक सर्च अभियान बुधवार को चलाया गया। वहीं राजगीर के जंगलों में भी यह सर्च अभियान चलाया गया। अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि अधिकांश पर्यटक स्थल जो कि पहाड़ी व जंगलों के लोकेशन में हैं। वहां भी पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

पुलिस बल की विशेष गश्ती

उन्होंने आगे बताया कि अनुमंडल पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा को लेकर राजगीर के पर्यटन स्थलों पर चौकसी को बढ़ा दिया गया है। जिसमें पर्यटकों की भी सुरक्षा के प्रति पुलिस काफी संवेदनशीलता के साथ जुटी है। जिसमें सोन भंडार, मनियार मठ, रोपवे, ¨बबिसार जेल, जरासंध अखाड़ा, कृष्ण रथ चक्र चिन्ह सहित अन्य स्थानों पर हमारे पुलिस बल की विशेष गश्ती भी हो रही है। उक्त सभी स्थानों पर हमारी विशेष नजर है। वहीं अज्ञात संदिग्ध लोगों पर पुलिस की पैनी निगाह है और उनसे पूछताछ भी जारी है।

नक्सल प्रभावित थाना छबिलापुर में सर्च अभियान चलाया। पहाड़ी के तराई क्षेत्रों से लेकर गया के नीमचक बथानी सीमा तक पुलिस फोर्स के साथ नक्सलियों की टोह लेने की कवायद सुबह से प्रारंभ कर दी गई है।

-संजय कुमार, अनुमंडल पुलिस उपधीक्षक

Posted By: Inextlive