- अभी तक खाली थे सिटी के कई पुलिस अधिकारियों के पद

- घटना के बाद एसएसपी को आई सुधि

LUCKNOW: राजधानी में पुलिसिंग भगवान भरोसे हो रही है। सिर्फ हजरतगंज एरिया में तीन दिन में तीन घटनाएं हो चुकी हैं। पहले टिफिन व्यवसायी का अपहरण, दूसरे दिन बीजेपी और सपा के बीच पथराव और लाठी डंडे चले और तीसरे दिन शराब की दुकान पर सेल्समैन का मर्डर। यह है राजधानी में कानून व्यवस्था का हाल। सबसे सेंसेटिव हजरतगंज के हालात और भी खराब हो गये हैं। पहले सीओ ट्रांसफर हुए और अब एसएचओ को सपा-भाजपा भिड़ंत की घटना की जांच पूरी होने तक थाना कैंपस में ही आने से रोक दिया गया है।

एक सीओ के पास पांच सीओ का चार्ज

राजधानी के ब्ब् थानों में कुल क्ब् सर्किल हैं। तीन सर्किल रूरल एरिया में है। बाकी शहर के क्क् सीओ में से दो सीओ का ट्रांसफर हो चुका है, दो सीओ अंडर ट्रांसफर हैं और एक सीओ छुट्टी पर। इसके अलावा साइबर क्राइम और क्राइम ब्रांच में भी अलग-अलग सीओ की तैनाती है। पिछले दिनों हजरतगंज के सीओ रहे दिनेश यादव को ट्रांसफर कर ट्रांसगोमती का एसपी बना दिया गया। वहीं सीओ गोमतीनगर रहे विद्या सागर मिश्रा को भी प्रमोशन के बाद बागपत में एडीशनल एसपी के रूप में पोस्टिंग कर दी गयी। सीओ हजरतगंज गये तो उनकी जगह गाजीपुर के सीओ विशाल पाण्डेय को चार्ज दे दिया गया। दो दिन पहले गोमतीनगर के सीओ विद्या सागर भी विदा हुए और इनका चार्ज भी गाजीपुर के सीओ विशाल पाण्डेय के पास आ गया।

सीओ हजरतगंज के पास होता है साइबर सेल का जिम्मा

साइबर सेल का ऑफिस हजरतगंज में है। यह ऑफिस पूरी तरह से सीओ के अंडर में काम करता है। इसके लिए हजरतगंज का सीओ ही नोडल ऑफिसर होता है। यानी जिसके पास गंज का चार्ज उसके पास साइबर क्राइम का चार्ज भी। इतना ही नहीं सीओ क्राइम का चार्ज भी विशाल पाण्डेय के ही पास आ गया।

मर्डर के बाद एसएसपी ने आनन फानन में की पोस्टिंग

हजरतगंज में सेल्समैन की हत्या के बाद एसएसपी प्रवीण कुमार ने आनन फानन में हजरतगंज और गोमतीनगर में सीओ की तैनाती कर दी। डीजी ऑफिस से आये सीओ राजेश श्रीवास्तव को सीओ हजरतगंज बनाया गया है। राजेश सीओ कैसरबाग हृदयेश कठेरिया के छुट्टी पर होने की वजह से कैसरबाग का चार्ज देख रहे थे। मोहनलालगंज के सीओ अशोक कुमार श्रीवास्तव को गोमतीनगर का सीओ बनाया गया है। सीओ ट्रैफिक सेकेण्ड राजेश यादव मोहनलालगंज के सीओ होंगे।

Posted By: Inextlive