बाहर की सुरक्षा होगी पुलिस के हवाले, एसपी करेंगे मानीटरिंग

जेल कर्मचारियों की पुलिस लेगी तलाशी, तभी मिल सकेगी इंट्री

GORAKHPUR:

जेल में बंदियों की मौज-मस्ती पर पुलिस का सख्त पहरा लगेगा। संवेदनशील जेलों में बंद शातिरों पर पुलिस की निगरानी बढ़ेगी। जेल कर्मचारियों और बंदियों के बीच नेटवर्क ध्वस्त करने के इरादे से जेल की सुरक्षा पुलिस के हवाले कर दी जाएगी। इसकी मानीटरिंग की पूरी जिम्मेदारी एडिशनल एसपी के हवाले होगी। जेल में आने जाने वाले कर्मचारी पुलिस की तलाशी के बाद आवागमन कर सकेंगे। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ। रामधनी ने बताया कि जेल के भीतर सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी की जा रही है। जेल के सामने जहां पुलिस चौकी बनी है। वहीं, पीएसी जवानों की ड््यूटी भी रहती है।

अचानक इंस्पेक्शन कर परखेंगे िसक्योरिटी

जेल कैंपस की सुरक्षा पुलिस के हाथों में होने के बाद बंदी रक्षकों सहित अन्य कर्मचारियों को भी सघन तलाशी से गुजरना होगा। इस दौरान किसी तरह की आपत्ति्तजनक वस्तु मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। जेल के बाहर तैनात पुलिस कर्मचारी हर किसी की तलाशी लेने के बाद उसे भीतर प्रवेश करने देंगे। जेल गेट पर भी दो जगहों पर तलाशी ली जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे पूरी तरह से स्कैन होकर कोई व्यक्ति जेल के भीतर जा सकेगा। इस प्रक्रिया के तहत गुजरने वाले लोग आसानी से कोई प्रतिबंधित वस्तु लेकर बैरक में नहीं जा सकेंगे। जेल गेट पर लगे डोरफ्रेम मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरने के दौरान भी चेकिंग होगी। इतना ही नहीं, पुलिस कर्मचारियों के काम करने की जांच पड़ताल अचानक की जाएगी। एक रेंज के अधिकारी दूसरी रेंज में जाकर जांच पड़ताल कर सकेंगे। इसके लिए चार मोबाइल टीमें भी गठित की जाएगी।

पहले हो चुकेहैं बवाल, जेल अफसरों पर हमले

गोरखपुर जेल भी काफी संवेदनशील मानी जाती है। यहां पर प्रदेश के कई जगहों के शातिर प्रशासनिक आधार पर निरुद्ध किए जाते हैं। सख्ती बरतने की वजह से जेल के अधिकारियों और कर्मचारियों पर हमले भी हुए हैं। इसलिए गोरखपुर जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। मेनगेट पर पीएसी तैनात करने के अलावा जेल चौकी बनाई गई है।

अक्टूबर 2016: जेल के भीतर मोबाइल पर प्रतिबंध, चेकिंग के दौरान एक साथ 176 मोबाइल फोन बरामद होने पर बंदियों ने जमकर बवाल काटा था।

मार्च 2015 : अधिकारियों के सख्ती करने पर जेल में बंद बदमाश का गुर्गा वॉच टॉवर पर तैनात बंदीरक्षक की वर्दी व राइफल लूटकर फरार हो गया था।

दिसंबर 2014 : जेल में बंद माफिया के गुर्गे ने सख्ती करने पर डिप्टी जेलर को परिवार समेत आवास में बंधक बनाकर लूट की थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया था।

यह प्लान हुआ तैयार

- जेल का बाहरी सुरक्षा घेरा पूरी तरह से पुलिस के हवाले होगा

-मुलाकातियों के साथ-साथ जेलकर्मियों की तलाशी ली जाएगी।

-दूसरी रेंज के अधिकारी अचानक इंस्पेक्शन करकेजानकारी लेंगे।

-जेल के जैमर और सीसीटीवी कैमरों को हरदम दुरूस्त रखा जाएगा।

- निरीक्षण के लिए चार मोबाइल टीमों का गठन किया जाएगा।

- जेल पर तैनात हर पुलिस कर्मचारी की ड््यूटी 45 दिन में बदलेगी।

- पूरी व्यवस्था की निगरानी एडिशनल एसपी के जिम्मे होगी।

वर्जन

जेल की सुरक्षा को देखते हुए हर तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। शासन की मंशा के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। जेल गेट पर दो चरणों में तलाशी के बाद भी किसी को भीतर जाने दिया जाता है।

डॉ। रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक

Posted By: Inextlive