भविष्य की फिक्र में गुडंबा इलाके में एक बुजुर्ग दंपति ने गुरुवार देररात जहर खाकर अपनी जान दे दी.

- देर रात किराए पर रहने वाली युवती के फोन से बात की थी बड़े बेटे से

- आर्थिक तंगी और छोटे बेटे के नशे की लत से दुखी रहते थे बुजुर्ग दंपति

- सल्फास की गोलियों का घोल बनाकर पीकर दी जान

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LUCKNOW :
जिन औलाद के लिए तिनका तिनका बटोर उन्हें काबिल बनाने के लिए पूरा जीवन गुजार दिया। उन्हें के भविष्य की फिक्र में गुडंबा इलाके में एक बुजुर्ग दंपति ने गुरुवार देररात जहर खाकर अपनी जान दे दी। बुजुर्ग अपने छोटे बेटे के नशे की आदत से परेशान थे। साथ ही आर्थिक तंगी की वजह से अपना इलाज नही करा पा रहे थे। बुजुर्ग दंपत्ति ने मौत को गले लगाने से चंद घंटे पहले लुधियाना में रहने वाले अपने बड़े बेटे से फोन पर बात की थी।

बड़े बेटे को की थी आखिरी कॉल
कृष्णानगर निवासी अमित श्रीवास्तव का गुडंबा के जानकीपुरम सेक्टर एच में दो मंजिला मकान है। ग्राउंड फ्लोर पर सीमा परिवार के साथ किराये पर रहती हैं। फ‌र्स्ट फ्लोर पर रामशंकर तिवारी (65) पत्नी सरिता (63) और 20 वर्षीय बेटे अक्षय के साथ किराए पर रहते थे। वहीं सेकंड फ्लोर पर प्रिया पांडेय किराये पर रह कर पढ़ाई कर रही हैं। सीमा ने बताया कि गुरुवार रात करीब ढाई बजे बुजुर्ग सरिता ने उनको अपने घर पर बुलाया और मोबाइल फोन मांग कर लुधियाना में रह रहे बड़े बेटे अजय से बात की। इस दौरान रामशंकर का छोटा बेटा घर पर मौजूद नहीं था। बताया कि सरिता और उनके पति रामशंकर घबराए हुए थे। दो मिनट फोन पर बात कराने के बाद वह वापस घर लौट आई। वह शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे बच्चों के कपड़े छत डालने जा रही थी। तभी उन्होंने देखा कि सरिता अपने घर के बरामदे और उनके पति रामशंकर कमरे के भीतर फर्श पर पड़े हुए हैं। दोनों को संदिग्ध हालत में पड़ा देख इसकी जानकारी मोहल्ले वालों और पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर जांच पड़ताल की तो दंपति की मौत हो चुकी थी।

रोज होता था नशेबाज बेटे से झगड़ा
पुलिस ने बताया कि रामशंकर तिवारी का बड़ा बेटा अजय लुधियाना में रह कर एक निजी कंपनी में काम करता है जबकि वह अमीनाबाद में एक किराना व्यापारी के यहां काम करते थे। उनका छोटा बेटा अक्षय नशे का आदी है और वह रोज अपने माता पिता से रात में झगड़ा करता था। गुरुवार रात अक्षय घर पर नहीं था। माता पिता की मौत की जानकारी पाकर शुक्रवार सुबह वह घर पहुंचा। घर पहुंचने पर उसकी जुबान लड़खड़ा रही थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि रात में उसने कहीं नशा किया और वहीं सो गया।

बेटे को कॉल कर उल्टी होने की थी जानकारी
बड़े बेटे अजय ने बताया कि उसकी मां सरिता ने रात ढाई बजे कॉल की थी और बताया था कि उन्हें चक्कर आ रहे हैं, उल्टियां भी हो रही है। उसके बाद उन्होंने बताया कि उनकी तबियत ठीक है, सुबह किसी डॉक्टर को दिखाने को बोला। ये बातें फोन पर करीब दो मिनट तक हुई उसके बाद मां ने फोन काट दिया। शुक्रवार सुबह फोन से घटना की जानकारी मिली।

आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे दंपति
रामशंकर के भाई ठाकुरगंज निवासी गोविंद तिवारी ने बताया कि गुरुवार को रामशंकर उनके घर पर आये थे और आर्थिक तंगी की बात कही थी। उन्होंने बताया था कि एक महीने का भाड़ा चढ़ गया और मकान मालिक लगातार तगादा कर रहा है। गोविंद ने बताया कि ये सब बातें बताने के बाद शाम को वापस लौट गए थे। मोहल्ले वालों का यह भी कहना है कि छोटे बेटे अक्षय की नशे की लत से दोनों परेशान रहते थे। वह रोज देर रात नशे में धुत होकर घर आता था और उनसे झगड़ा करता था।

पड़ोसी करते थे आर्थिक मदद
सीमा ने बताया कि रामशंकर का बड़ा बेटा दीपावली में घर आया था। उनसे उससे बोला था कि आंटी मेरे माता-पिता का ध्यान रखना क्योंकि छोटा भाई अक्षय नशेड़ी होने के कारण उनका ध्यान नही रखता था। सीमा ने बताया कि कभी कभी वह सरिता की आर्थिक मदद भी कर देती थी। अभी हाल में ही उन्होंने राशन के लिए कुछ पैसे भी दिये थे क्योंकि अक्षय नशा करने के लिए घर से पैसे चुरा ले जाता था।

कटोरी में सल्फास घोल कर पिया
इंस्पेक्टर गुडंबा तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि आर्थिक तंगी से दंपति जूझ रहे थे। छोटा बेटा कुछ काम नही करता था और नशे में आकर दंपति से झगड़ा करता था। मौके पर सल्फास का रेपर मिला है और जिस कटोरी में दोनों ने जहर की गोलियां घोल कर पी थी वह भी मौके से बरामद हुई है। घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गये हैं। मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाकर जांच पड़ताल कराई गई है। प्रथम दृष्टया मामला सुसाइड का है, फिर भी मामले की जांच की जा रही है।

Posted By: Inextlive