-परीक्षा दूसरे ने दी, प्रवेश लेने दूसरा छात्र आया

-परीक्षा के समय खिंचे फोटो मिलान से हुआ खुलासा

Meerut: एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी पल्लवपुरम में मंगलवार को शुरू हुई काउंसलिंग में डॉक्यूमेंट चेकिंग के दौरान पहले ही दिन सात फर्जी छात्र पकड़ में आ गए। जिनमें से दो युवक भागने में कामयाब हो गए और पांच को सिक्योरिटी ऑफिसर ने धर दबोचा। इनके खिलाफ सिक्योरिटी ऑफिसर की ओर से दौराला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।

यह था सीन

एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कैंपस के गांधी हाल में मंगलवार को कैटेट एग्जाम में पास स्टूडेंट्स की काउंसलिंग चल रही थी। काउंसलिंग में पहुंचे स्टूडेंट्स के डॉक्टयूमेंट की जांच चल रही थी। जहां एग्जाम सेंटर पर फोटोग्राफी के चलते कैंडीडेट्स की फोटो से मिलान किया गया तो इसमें सात छात्र के फोटो अलग थे। इसके चलते ये लोग जांच की घेरे में आ गए। जिन्हें पकड़ लिया गया। इन सात में से एक भाग निकला। जिसको पकड़ने का प्रयास किया, वहीं एक आरोपी को दबोच लिया।

यह थी परीक्षा

यूपी कंबाइंड एग्रीकल्चर एंड टेक्निकल एंट्रेंस टेस्ट ख्0क्ब् (कैटेट) क्भ् मई को कानपुर, मेरठ, फैजाबाद व बांदा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के माध्यम से आयोजित कराई गई थी। उस दिन भी मेरठ के परीक्षा केंद्र सीएईएचएस में नकल कराने वाला गिरोह पकड़ा था, जिसमें एक मास्टर माइंड, पांच मुन्नाभाई व नौ परीक्षार्थी दबोचे गए। पकड़े गए परीक्षार्थियों ने एक मुन्नाभाई को भ्0 हजार रुपये देने की बात स्वीकार की थी। कुलपति डा.एचएस गौड़ ने फ्0 मई को इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया था।

ये बोले आरोपी

आरोपी ने बताया कि वह कानपुर के आदर्श कोचिंग सेंटर में कोचिंग कर रहा था। कोचिंग के मालिक सचिन पटेल ने उससे भ्0 हजार रुपए लिए और उसकी परीक्षा दूसरे युवक से दिलवाई थी। उसकी अच्छी रैंक आई, लेकिन परीक्षा के दौरान खिंचे फोटो में उसकी जगह दूसरा युवक था। इसलिए वह मंगलवार को पकड़ लिया गया। इसने अपना नाम दुर्गेश कुमार बताया। पकड़े गए राहुल यादव ने बताया कि संतोष नाम के युवक ने दस हजार रुपए लेकर उसकी परीक्षा दी थी। वह परीक्षा में पास हो गया। लेकिन उसका उसकी जगह संतोष का फोटो परीक्षा केंद्र पर खिंचा था इसलिए वह काउंसलिंग में पकड़ा गया।

कार्रवाई की तैयारी

संतोष के अनुसार वह कानपुर में रहकर सीपीएमटी की परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इसी तरह से बिजनौर जिले के चांदपुर में ताजपुर निवासी मनोज कुमार पुत्र रामसिंह ने यहां से जाकर फैजाबाद में गिरोह से मिलकर परीक्षा दी थी। वह काउंसलिंग में पकड़ा गया। अन्य छात्रों ने बताया कि परीक्षा देने को फर्जी छात्रों का रैकेट कानपुर व बांदा जिले में काम कर रहा था। कुलसचिव डा.सीएस प्रसाद ने बताया कि फर्जी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इनके खिलाफ शिकायत दी गई है।

ये पकड़े गए

क्। राहुल यादव पुत्र लाटनारायण ग्राम देल्हपुर

तहसील मडियाहूं जिला जौनपुर

ख्.दुर्गेश कुमार गुप्ता पुत्र घनश्याम गुप्ता

महावीर हरिहरगंज जिला फतेहपुर

फ्.उत्कर्ष पुत्र रामवृक्ष मो.तप्पा देवराय, ग्राम लोकिहवा

पोस्ट मिश्रौतिया (गांधीनगर)जिला बस्ती

ब्.प्रशांत सिंह पुत्र महीपाल महेंदी की मढ़ैय्या

पोस्ट सिद्वार्थनगर खुशहालपुर जिला जेपीनगर

भ्.मनोज कुमार पुत्र रामसिंह ग्राम ताजपुर

थाना नूरपुर चांदपुर जिला बिजनौर

म्.अमरीश वर्मा पुत्र दयाराम ग्राम दरियापुर

पोस्ट ऐनवा जिला अम्बेडकरनगर

-इनमें उत्कर्ष पुत्र रामवृक्ष सुरक्षा अधिकारी के घेरे से और दूसरा छात्र सीधे गांधी हाल से भाग निकला। दौराला पुलिस को पांच छात्रों के खिलाफ तहरीर दी गई। बाद में सुरक्षा अधिकारी ने विवि के कैमरे से फुटेज तलाशी लेकिन पता नहीं चल सका।

Posted By: Inextlive