- रमपुरवा में तीन शावकों के साथ पहुंची बाघिन ने नीलगाय का किया शिकार, वन विभाग अलर्ट

CHAMPARAN/PATNA: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के रमपुरवा और मंगुराहां वन क्षेत्र में आबादी के पास पांच शावकों के साथ दो बाघिन के विचरण से गांवों में दहशत है। रमपुरवा बौद्ध पिलर के पास गुरुवार की रात गन्ने के खेत में तीन शावकों के साथ पहुंची बाघिन ने एक नीलगाय को मार डाला। इससे ग्रामीणों में दहशत है। वन क्षेत्र पदाधिकारी ने ग्रामीणों से शाम चार बजे के बाद खेत में नहीं जाने की सलाह दी। इधर, मंगुराहां वन क्षेत्र में आबादी के पास एक बाघिन पहले से ही दो शावकों के साथ डेरा डाले हुए है। उधर, मदनपुर के जंगल में बाघिन ने दो शावकों को जन्म दिया है। जिससे वीटीआर प्रशासन में उत्साह है।

शावकों को बचाने में लगी है बाघिन

मंगुराहां, गौनाहा, मनीटोला, वोटगांव, परसाडीह, परसा, दोमाठ, जगरनाथपुर, तारा बंसवारिया, हरपुर, रमपुरवा व पिपरिया आदि गांवों में बाघिन को लेकर दहशत का माहौल है। मंगुराहां क्षेत्र के रेंजर मो। अफसार के अनुसार रमपुरवा सरेह में बाघिन और उसके तीन शावकों पर नजर रखने के लिए गन्ने के खेत के समीप टाइगर टेकर बिहारी महतो, दारा महतो, परमानंद उरांव, बागड़ गुरो, विजय उरांव व रमजान मियां को लगाया गया है। बाघिन अपने शावकों को बाघ से बचाने के लिए गन्ने के खेतों में इधर-उधर चहलकदमी कर रही।

अकेले खेत में नहीं जाने की सलाह

दो शावकों वाली बाघिन पहले से परसा सरेह में डेरा डाले हुए है। इससे मरजदी, भितिहरवा, कोहरगड्डी, टिकुल टोला, भटियानी सहित आधा दर्जन गांवों के लोग दहशत में हैं। वनकर्मी बताते हैं कि बाघ के होने की जानकारी बाघिन को चार किलोमीटर दूर से ही हो जाती है। मंगुराहां वन क्षेत्र पदाधिकारी मो। अफसार कहते हैं कि वन क्षेत्र के करीब के गांवों के लोगों को शाम के बाद खेत में जाने से मना कर दिया गया है। दिन में भी अकेले खेत में जाना खतरे से खाली नहीं। सो, गांव वाले खेत में समूह में जाएं। बाघिन से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive