सिविल डिफेंस के वार्डेन को गुटबाजी करना भारी पड़ गया। आईजी की रिपोर्ट पर डीएम रौशन जैकब ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। आईजी अमिताभ ठाकुर नवंबर में नागरिक सुरक्षा ऑफिस में जांच करने आए थे। महिला कर्मी ने उपनियंत्रक पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराई थी। आईजी ने मामले की जांच की तो पता चला कि सारा मामला गुटबाजी का था। उन्होंने उपनियंत्रक का ट्रांसफर कर दिया। आईजी को जांच में पता चला कि कलक्टरगंज के डिवीजनल वार्डेन अंबिका गौतम, डिप्टी डिवीजनल वार्डेन अश्रि्वनी दीक्षित, लखन शुक्ला, हरीश तिवारी, प्रदीप गुप्ता, अरुण शुक्ला और जयशंकर पांडेय गुटबाजी में लिप्त हैं। जिन्हें डीएम ने बर्खास्त कर दिया।

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