-नियमानुसार नियुक्ति नहीं, वाह्य स्रोत से ली जाएगी सेवा

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द्दन्ङ्घन्/क्कन्ञ्जहृन्: मगध यूनिवर्सिटी में एक-डेढ़ दशक से कार्यरत 70 संविदा और दैनिक कर्मियों की सेवा सोमवार को समाप्त कर दी गई। कुलसचिव कर्नल प्रणव कुमार ने सोमवार को यह अधिसूचना जारी कर दी। हालांकि जारी अधिसूचना में ज्ञापांक संख्या जारी करने की तिथि एक नवंबर अंकित है। इसमें कहा गया है कि सिंडिकेट की 16 अगस्त को हुई बैठक में लिए गए निर्णय और विधि मंतव्य के तहत एमयू में मानदेय पर कार्यरत संविदा और दैनिक कर्मियों की नियुक्ति विवि अधिनियम और भारतीय संविधान की धारा के तहत नहीं है। इसलिए उनकी सेवा सितंबर 2018 से समाप्त मानी जाएगी। इस दायरे में आने वाले संविदा या दैनिक कर्मी यदि बाहरी स्रोत से विवि में अपनी सेवा देना चाहते हैं तो बिहार सरकार द्वारा निर्देशित प्रपत्र पर आवेदन कर सकते हैं, जिसकी तिथि 17 नवंबर अंकित है। यह तारीख बीत चुकी है।

तिथि को लेकर असमंजस

कुलसचिव कर्नल प्रणव कुमार ने कहा कि संविदा मतलब 11 माह का कार्यकाल होता है, जिसे रिन्यूल कराया जाता है। लेकिन एमयू में ऐसा नहीं हुआ। दैनिक का मतलब प्रतिदिन भुगतान होना चाहिए, लेकिन यहां प्रतिमाह भुगतान हो रहा है। कार्यालय आदेश पर हस्ताक्षर एक नवंबर को हुआ था, लेकिन दीपावली और छठ पूजा अवकाश के कारण इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सका। अवकाश के बाद इसे सार्वजनिक किया गया है। उन्होंने 17 नवंबर तक प्रपत्र जमा करने की तिथि के सवाल पर कहा कि हम किसी को हटा नहीं रहे। इसलिए तिथि मायने नहीं रखती। विवि प्रशासन ने बिहार सरकार के निर्देशानुसार उनके फायदे के लिए यह निर्णय लिया है।

Posted By: Inextlive