- अब वाकर की हेल्प से ओल्डमैन चढ़ सकते हैं सीढि़यां

- शालिनी की आइडिया पर बना वाकर, स्टेट गवर्नमेंट से हेल्प नहीं

PATNA: बुजुर्गो के लिए सीढि़यां चढ़ना किसी पहाड़ पर चढ़ने से कम नहीं है, पर बिहार की बेटी शालिनी की एक आइडिया से इन बुजुर्गो के लिए सीढि़यों पर चढ़ने वाला वाकर बनाया गया है। दरअसल, तीन-चार साल पहले की बात है। शालिनी के दादा जी लखन लाल भगत पैर में चोट लगने से परेशान थे। ग्राउंड फ्लोर पर तो किसी तरह चल लेते थे। ठंड होने पर धूप में बैठने का रिक्वेस्ट करते थे। छत पर चढ़ना जेनरल वाकर से पॉसिबल नहीं हो पा रहा था। इसी दौरान शालिनी के दिमाग में एक आइडिया आया कि क्यों नहीं सीढि़यों पर चढ़ने योग्य वाकर बनाया जाए। शालिनी ने अपने आइडिया के बारे में अपने फ्रेंड यंग साइंटिस्ट व इग्नाइट अवार्ड ख्009 के विनर अभिषेक भगत से चर्चा की। अभिषेक के कहने पर शालिनी ने नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन को आइडिया भेजा, जिसे फाउंडेशन ने एक्सेप्ट कर लिया।

बुजुर्गो के लिए आया आइडिया

शालिनी ने आठवीं क्लास में पढ़ाई के दौरान अपना आइडिया नोट व स्कैच एनआईएफ को भेजा। एनआईएफ ने आइडिया पर वर्क आउट कर स्टेयर पर चढ़ने वाला वाकर तैयार किया। शालिनी को इस आइडिया के लिए क्क् नवंबर ख्0क्क् को अहमदाबाद में इग्नाइट ख्0क्क् अवार्ड दिया गया।

डॉक्टर बनना चाहती है शालिनी

शालिनी ने बताया कि वह डॉक्टर बन कर सोसायटी में बुजुर्गो का हेल्प करना चाहती है। सोसायटी में आज भी डॉक्टरों की कमी है। वह इन दिनों ख्0क्भ् में होने वाले मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट की तैयारी कर रही हैं।

मॉडर्न बनाना चाहती है वाकर को

शालिनी अपने इवेंट को माडर्न बनाने के लिए उसमें अलार्म, वाटर वॉटल स्टैंड व फालडिंग शीट लगाना चाहती है। बिहार गवर्नमेंट की ओर से अब तक कोई हेल्प नहीं मिला है। शालिनी के पिता सुबोध भगत ने बताया कि बिहार में टैलेंट को सम्मान देने के लिए गवर्नमेंट को पहल करनी चाहिए।

कैसे काम करता मैन वाकर

वाकर को लगातर अपडेट किया जा रहा है। वाकर में क्लच लगा है। क्लच को दबाने के साथ वाकर स्टेयर अप एंड डाउन होता है। यह सुविधा होने से ओल्ड मैन स्टेयर पर आसानी से चढ़ सकते हैं।

क्या है नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन

- मिसाइलमैन फॉर्मर प्रेसिडेंट डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के प्रयास से सन ख्000 में नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन की स्थापना गुजरात के अहमदाबाद में यंग साइंटिस्ट को प्रमोट करने के लिए किया गया है। - नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के साइंस एवं टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट अंतर्गत एक स्वतंत्र संगठन है। यह ग्रास रूट लेवल पर युवा इनोवेटर्स को प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है।

- यह ग्रास रूट लेवल पर ओरिजनल टेक्नोलॉजी आइडिया को प्लेटफार्म के साथ-साथ इनोवेशन में मदद करता है।

- इसमें प्लस टू तक के स्टूडेंट्स या क्7 साल तक के यूथ शामिल होते हैं।

-नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन आइडिया पर तैयार प्रोजेक्ट्स व मॉडल पेटेंट करवाता है। इसे आम पब्लिक तक पहुंचाने के लिए कंपनियों के साथ एग्रीमेंट आदि में सहयोग करता है।

शालिनी के इनोवेशन को मिला मार्केट

शालिनी के इनोवोशन को नागपुर की कंपनी ने पसंद की। कंपनी ने एनआइएफ से आइडिया पर बने प्रोडक्ट को बनाने के लिए नॉन-एक्सक्लूसिव एग्रीमेंट किया है। कंपनी इसे मार्केट में सेल करेगी। शालिनी ने बताया कि उसने इनोवेशन स्कॉलर्स फॉर इन रेसिडेंस प्रोग्राम के लिए अप्लाई किया है। इसके लिए चुने जाने के बाद शालिनी को तीन माह तक प्रेसिडेंट हाउस में ठहरने का मौका मिलेगा।

Posted By: Inextlive