-मकान में तलाशी के दौरान मिला फर्जी शासनादेश

-एक और भुक्तभोगी ने सीओ हजरतगंज से लगाई गुहार

LUCKNOW: सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव बनकर खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को मौरंग खनन का पट्टा देने की सिफारिश करने के आरोप में अरेस्ट किया गया जालसाज रामशंकर शाक्य शासनादेश बनाने में भी माहिर था। सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा की टीम ने जब रामशंकर के मकान की तलाशी ली तो वहां फर्जी शासनादेश बरामद हुआ। वहीं, बुधवार को रामशंकर के एक और भुक्तभोगी ने सीओ से मिलकर लाखों रुपये हड़पे जाने की शिकायत की।

नौकरी ज्वाइन कराने के लिये तैयार किया शासनादेश

सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रामशंकर के कसमंडा अपार्टमेंट स्थित फ्लैट की सघन तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान उन्हें प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राकेश गर्ग की ओर से जारी किया गया फर्जी शासनादेश बरामद हुआ। निदेशक, राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद को जारी किये गए इस शासनादेश में नीरज शुक्ला नाम के शख्स को सचिव-ख् के पद पर ज्वाइन कराने का आदेश दिया गया था। हालांकि, फ् मार्च ख्0क्ब् को तैयार किये गए इस शासनादेश को रामशंकर भेजने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। सीओ वर्मा ने बताया कि जांच की जा रही है कि इस शासनादेश को दिखाकर कहीं रामशंकर ने इसमें उल्लिखित नीरज शुक्ला से रकम तो नहीं वसूल ली थी।

एक और भुक्तभोगी आया सामने

झांसी के मोंठ निवासी अनिल कुमार यादव ने बुधवार को सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा से मुलाकात कर शिकायत की कि जालसाज रामशंकर ने उसके भाई की पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर उससे पांच लाख रुपये ऐंठ लिये। अनिल ने बताया कि रामशंकर से उसकी मुलाकात अनिल कुमार भदौरिया नाम के शख्स ने करवाई थी। मुलाकात के दौरान रामशंकर ने उसके भाई की पुलिस में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 7 लाख रुपये देने की मांग की। अनिल के मुताबिक, उसने एक बार दो लाख रुपये रामशंकर के बैंक अकाउंट में अपने अकाउंट से ट्रांसफर किये। फिर भदौरिया के कहने पर एक बार भ्0 हजार रुपये और दूसरी बार क्.भ्0 लाख रुपये जमा कराए। पर, रामशंकर नौकरी लगवाने में नाकाम रहा। अनिल ने बताया जब उसने रकम वापस मांगी तो रामशंकर अपने ऊंचे रसूख का हवाला देकर उसे धमका देता था। पुलिस ने उसकी तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Posted By: Inextlive