RANCHI : चान्हो के सिलागाईं गांव में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। 29 जुलाई को ईद के दिन हुई हिंसा के बाद गांव में दो गुटों के बीच जो दरार पैदा हो गई थी, वह अब भर रही है। यहां के माहौल को सामान्य बनाने में प्रशासन को भी आम जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है। लोग हिंसा के दर्द को भूल एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं। आगे ऐसी कोई घटना न हो। हिंसा नहीं भड़के, इसे लेकर गुरुवार को सिलागाईं गांव में शांति मार्च निकाला गया। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से दूर रहते हुए एक-दूसरे के साथ भाईचारे के साथ रहने व अमन-चैन व शांति बनाए रखने की अपील की। इस शांति मार्च में साउथ छोटानागपुर के कमिश्नर केके खंडेलवाल, डीआईजी प्रवीण कुमार सिंह, एसएसपी प्रभात कुमार, रूरल एसपी सुरेंद्र कुमार झा और एसडीओ अमित कुमार के अलावा सरना समिति और अंजुमन कमिटी के मेंबर्स शामिल थे।

शांति मार्च के बाद हुई सभा

गुरुवार की दोपहर 12 बजे के करीब जिला पुलिस प्रशासन के कई ऑफिसर्स सिलागाईं पहुंच चुके थे। प्रशासन के जुटान के बाद न सिर्फ सिलागाईं, बल्कि आसपास के गांवों से भी लोग यहां पहुंचने लगे थे। इसके बाद शांति मार्च निकाला गया। गांव के मुखिया के नेतृत्व में निकले शांति मार्च के जरिए इन्होंने शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। शांति मार्च पूरे गांव में घूमा। इसमें सभी वर्ग के लोग बढ़-चढ़कर शामिल हुए। शांति मार्च के बाद गांव के पंचायत भवन में एक सभा का भी आयोजन किया गया। सभा में प्रशासन की ओर से लोगों को मिल-जुलकर रहने व शांति को बनाए रखने की अपील की गई।

पुलिस के पहरे में गांव

29 जुलाई की हिंसा के बाद से ही सिलागाईं में पुलिस बल तैनात है। पुलिस के पहले में लोग रह रहे हैं। दिन-रात पुलिस ड्यूटी कर रही है, ताकि आगे ऐसी कोई घटना नहीं हो। इस बाबत गांव में एक टीओपी बनाया गया है। जबतक यहां शांति व अमन-चैन बहाल नहीं हो जाती, पुलिस तैनात रहेगी।

16 को शांति समिति की मीटिंग

वैसे तो सिलागाईं में माहौल धीरे-धीरे शांत हो रहा है, पर प्रशासन किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है। यहां के माहौल पर प्रशासन 24 घंटे नजर रख रही है। इस सिलसिले में अब 16 अगस्त को शांति समिति की बैठक होगी। रांची के एसडीओ अमित कुमार के नेतृत्व में होनेवाली इस बैठक में प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ सिलागाईं व आसपास के गांवों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

Posted By: Inextlive