शेयर बाजार की तेजी का फायदा इस साल शेयर होल्‍डर्स को बेहतर लाभा के रूप में मिलने जा रहा है. सेंसेक्स की 30 कंपनियों ने फाइनेंशियल 2012-13 के लिए 36 हजार करोड़ रुपए मुनाफे के रूप में देने की घोषणा की है. इन कंपनियों के बोर्ड ने इसकी मंजूरी दे दी है.


इस पैसे में से 15,500 करोड़ रुपए का मुनाफा कंपनी प्रमोटरों को मिलेगा. वहीं 20 हजार करोड़ रुपए गैर प्रवर्तकों और छोटे इनवेस्टर्स के खाते में जाएंगे. अगले कुछ हफ्तों में शेयर होल्डर्स को यह रकम मिल जाएगी. इस मुनाफे में विशेष और अंतरिम मुनाफा भी शामिल है. आइटीसी, आइसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी और लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) जैसी ब्लूचिप कंपनियों के प्रवर्तकों में किसी व्यक्ति या कंपनियों का नाम शुमार नहीं है. इसलिए इनके द्वारा दिया जा रहा मुनाफा पूरी तरह से गैर प्रवर्तक शेयर होल्डर्स को मिलेगा. आईटीसी ने 4,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का मुनाफा देने की घोषणा की है. वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज 3,000 करोड़, एसबीआई 2,900 करोड़, कोल इंडिया 2,700 करोड़, टीसीएस 2,500 करोड़ और आईसीआईसीआई बैंक 2,300 करोड़ रुपए का मुनाफा देने पर खर्च करेंगे.  
इनके अलावा एचडीएफसी के शेयर होल्डर्स को 1,900 करोड़ का मुनाफा मिलेगा. एनटीपीसी 1,650 करोड़, इंफोसिस 1,550 करोड़, एचडीएफसी बैंक 1,300 करोड़, बजाज ऑटो 1,300 करोड़ और हिंदुस्तान यूनिलीवर 1,300 करोड़ रुपए का मुनाफा देंगी.  वहीं एलएंडटी, विप्रो और हीरो मोटोकॉर्प 1,000-1,000 करोड़ रुपए इस मद में खर्च करेंगी. सन फार्मा, गेल, टाटा स्टील और टाटा मोटर्स जैसी कंपनियां 500-500 करोड़ रुपए शेयर होल्डर्स को देंगी.

Posted By: Garima Shukla