-आचार संहिता खत्म होते ही शुरू हो जाएगी एजेंसी की चयन प्रक्रिया, जून तक काम पूरा होने के आसार

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PRAYAGRAJ: कुंभ मेला की अवधि में नए यमुना पुल ने शहरियों को खूब अट्रैक्ट किया. इसकी रंग-बिरंगी फसाड़ लाइटिंग सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बनी रही. इसी तर्ज पर अब शास्त्री ब्रिज को जून महीने तक रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग करने की योजना बनाई गई है. चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही पर्यटन विभाग की ओर से लाइटिंग के लिए एजेंसी सेलेक्ट करने का प्रॉसेस शुरू हो जाएगा.

सीएम की पहल पर दिया बजट

कुंभ मेला के दौरान प्रयागराज पहुंचे सीए योगी ने उन्होंने शास्त्री पुल पर फसाड़ लाइटिंग का निर्देश पर्यटन विभाग को दिया था. इसी के अनुसार विभाग ने मेला खत्म होने के बाद शास्त्री ब्रिज पर लाइटिंग के लिए 4.64 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया था.

सात दिन में चयन

शास्त्री ब्रिज पर फसाड़ लाइटिंग लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद की जाएगी. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव की मानें तो 31 मई तक एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा. इसके लिए दिल्ली, बंगलुरु और अहमदाबाद की कई एजेंसियां लखनऊ स्थित पर्यटन मुख्यालय के संपर्क में बनी हुई हैं.

क्या होती है फसाड़ लाइटिंग

-यह उच्च स्तरीय एलईडी लाइट होती है.

-इससे रंगबिरंगी किरणें निकलती हैं. -किसी भवन या पिलर को हाई लाइट किया जाता है.

-इसकी रोशनी एक किमी के एरिया में जगमग रहती है.

शास्त्री ब्रिज का इतिहास

वर्ष 1962 में तत्कालीन पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने शास्त्री ब्रिज की नींव रखी थी. वर्ष 1973 में सेंट्रल गवर्नमेंट ने ब्रिज कारपोरेशन ऑफ इंडिया का गठन किया था. इस दौरान ब्रिज का निर्माण कार्य अधर में लटक गया था तो उसको पूरा करने की जिम्मेदारी ब्रिज कारपोरेशन को सौंपी गई. जिसने ब्रिज का निर्माण वर्ष 1980 में पूरा कर दिया था.

वर्जन

मेला अवधि में मुख्यालय से शास्त्री ब्रिज पर फसाड़ लाइटिंग के लिए बजट स्वीकार हुआ था. इसके लिए सवा करोड़ की किश्त भी जारी की गई थी. चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही टेंडर प्रॉसेस पूरा करके ब्रिज को जगमग किया जाएगा.

-अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी

Posted By: Vijay Pandey