इराक में एक सुन्‍नी मस्जिद पर शिया मिलिशिया ने शुक्रवार को हमला कर दिया जिसमें 70 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. इसके साथ ही 20 अन्‍य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं.

बदला लेने के लिये हमला
खबरों के मुताबिक, शिया मिलिशिया ने बदला लेने की नीयत से सुन्नी मस्जिद में हमला किया है. इस घटना से जिहादी आतंकियों से जूझ रही सरकार को राजनीतिक रूप से गहरा झटका लगने की आशंका है. इसके साथ ही सूत्रों का कहना है कि दियाला राज्य के हमरीन क्षेत्र में हुये इस नरसंहार से इराक के नाराज सुन्नी अल्पसंख्यकों में और आक्रोश भड़कने का डर है. गौरतलब है कि IS जिहादियों से लड़ रही शिया नेतृत्व वाली सरकार के लिये इस समय सुन्नियों का समर्थन बेहद अहम है.

स्थिति है तनावपूर्ण

सेना वा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि शिया मिलिशिया ने मुसाब बिन ओमैर मस्जिद पर यह हमला झड़प में अपने साथियों की हत्या का बदला लेने के लिये किया है. वहीं, कुछ अन्य सूत्रों के अनुसार, मिलिशिया के गश्ती दल पर बमबारी के विरोध में यह हमला किया है. हालांकि यह घटना ऐसे समय पर हुई, जब सरकारी जिहादियों से अपना खोया हुआ इलाका फिर से पाने के लिये लड़ाई लड़ रहे हैं और वाशिंगटन ने जिहादियों के खतरों से आगाह किया है. दियाला में संघीय सुरक्षा बल और कुर्द बलों ने जिहादियों से अपना इलाका खाली करवाने के लिये शुक्रवार को संयुक्त कार्रवाई आरंभ की.  

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari