- मंदिरों और शिवालयों में जलाभिषेक के लिए उमड़ी भीड़, भगवान शंकर के जयघोष रहे गुंजायमान

- शिवरात्रि पर मंदिरों में पुलवामा हमले के शहीदों को दिये जलाकर दी गई श्रद्धांजलि

मंदिरों और शिवालयों में जलाभिषेक के लिए उमड़ी भीड़, भगवान शंकर के जयघोष रहे गुंजायमान

- शिवरात्रि पर मंदिरों में पुलवामा हमले के शहीदों को दिये जलाकर दी गई श्रद्धांजलि

DEHRADUN: DEHRADUN: कड़ाके की ठंड, बारिश और ओलावृष्टि पर आस्था भारी पड़ी। मंडे को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर मंदिरों और शिवालयों में सुबह से देर शाम तक भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिर परिसर दिनभर भोलेनाथ के जयकारों से गूंजते रहे। हवन, यज्ञ और रुद्राभिषेक के साथ भगवान शंकर की उपासना और सुख-शांति की कामना की गई। मंदिरों में फूलों एवं रंग-बिरंगी लाइटों से भव्य सजावट की गई थी। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

उत्साह के साथ मनाया शिवरात्रि का पर्व

मंडे को द्रोणनगरी में महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धापूर्वक और उत्साह के साथ मनाया गया। शिवरात्रि के मौके पर दिनभर उपवास रख शिवभक्त भगवान शंकर की भक्ति में मग्न दिखाई दिए। मंडे नाइट क्ख् बजे से ही मंदिरों और शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक शुरू हो गया था। टपकेश्वर मंदिर, मसूरी रोड स्थित प्रकाशेश्वर मंदिर, लक्ष्मणसिद्ध मंदिर, कालू सिद्ध, मानकसिद्ध, श्री सिद्धश्वर मंदिर, कालिका मंदिर, श्री नागेश्वर मंदिर, गीता भवन, पंचायती मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर सभी जगह भोले बाबा का अभिषेक और पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने शिव¨लग में जलाभिषेक किया और दूध, दही, बेलपत्र, भांग, धतूरा, फल, पुष्प, शहद, गन्ने का रस, घी, कुशोदक, सरसों का तेल, फलों का रस, गंगाजल आदि पूजन सामग्री भगवान को अर्पित की। साथ ही, भोलेनाथ से घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनाए रखने की भी कामना की गई। महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिरों के पास लगे मेलों का भी लोगों और बच्चों ने लुत्फ उठाया।

ख्क्00 दिये जलाकर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

दून में कई मंदिरों में पुलवामा हमले में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। शहीदों के लिए विशेष तौर पर अभिषेक किया गया। सहारनपुर चौक के पास स्थित पृथ्वीनाथ मंदिर में शहीदों की याद में ख्क्00 दीये जलाए गए। मंदिर में दिव्यांग श्रद्धालुओं ने पहुंचकर भगवान शिव का अभिषेक और हवन किया। टपकेश्वर मंदिर में क्क् हजार लीटर केसर का दूध श्रद्धालुओं को वितरित किया गया। मंदिर में महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया गया। शहीदों की याद में दीये भी जलाए गए।

मंदिरों के बाहर सजी दुकानें

शहर के अधिकांश मंदिरों के बाहर पूजन सामग्री की दुकानें सजी हुई दिखाई दी। बेलपत्र, भांग, धतूरा, पुष्प, फल, धूप-अगरबत्ती की दुकानें मंदिरों के आसपास लगी दुकानों से शिवभक्तों ने इनकी खरीदारी की। शहर का माहौल पूरी तरह से भगवान शिव के रंग में रंगा रहा।

Posted By: Inextlive