त्रियोदशी तिथि-अपरान्ह 04:29 बजे तक

चतुर्दशी-पूरी रात्रि

महानिशीथ काल-आज रात्रि 11:47 बजे से कल रात्रि 12:37 बजे तक

पूजा प्रथम पहर की सायं 06:09 बजे

पूजा द्वितीय पहर की रात्रि 09:14 बजे

पूजा तृतीय पहर की रात्रि 12:15 बजे

पूजा चतुर्थ पहर की प्रात: 03:37 बजे

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बरेली: फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी को आने वाली महाशिव रात्रि आज है। शिवरात्रि हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार है और यह बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। शिव रात्रि को भगवान शिव सर्वप्रथम शिवलिंग के रूम में अवतरित हुए थे। इसीलिए इसे महाशिव रात्रि कहा जाता है। महाशिव रात्रि के लिए शहर के मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया गया है। संडे रात में ही मंदिरों के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए थे। प्रशासन ने मंदिरों की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध किए हैं। वहीं बालाजी ज्योतिष संस्थान के पंडित राजीव शर्मा ने बताया कि राशि के अनुसार शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलेगा।

राशिवार ऐसे करें पूजन

मेष राशि: शिवलिंग पर बिल्ब पत्र पर सफेद चन्दन से श्री राम लिखें। जल से अभिषेक कर अर्पण सामग्री अर्पित करें फिर ऊं नम: शिवाय के उच्चारण के साथ प्रत्येक बिल्ब पत्र अर्पित करें।

वृषभ राशि : सर्वप्रथम शिवलिंग पर दही से अभिषेक करें। उसके बाद जल, शहद, शक्कर और दूध मिश्रित जल की धारा के साथ द्वादश ज्योतिर्लिंग के मंत्रों का उच्चारण करें। सफेद चन्दन से तिलक कर श्रृंगार कर इत्र लगाएं।

मिथुन राशि :शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें। अभिषेक कराते समय ऊं नम: शिवाय कालं महा काल कालं कृपालं ऊं नम: का जाप करते रहें।

कर्क राशि : शिवलिंग को दूध, गंगाजल व मिश्री से अभिषेक कराना चाहिए। साथ ही ऊं चन्द्रमौलेश्चर नम: का जाप करते रहना चहिए।

सिंह राशि : शिवलिंग को ऊं नम: शिवाय कालं महा काल कालं कृपालं ओम नम: के जाप के साथ शुद्ध घी से अभिषेक कराना चाहिए।

कन्या राशि :शिवलिंग पर दूध, घी और शहद से अभिषेक करें। बिल्बपत्र, मदार के पुष्प, धतुरा तथा बेल का फल अर्पित करें तत्पश्चात भांग अर्पित करें। अभिषेक कराते समय ऊं नम: शिवाय कालं ओम नम: का जाप करते रहे।

तुला राशि : दही एवं गन्ने के रस से शिवलिंग को अभिषेक कराना चाहिए, तत्पश्चात गरीबों में थोड़ी मिश्री का दान अवश्य करना चहिए।

वृश्चिक राशि : शिवलिंग पर तीर्थ स्थान के जल, दूध में शक्कर मिलाकर अभिषेक करें और लाल चन्दन से तिलक करें।

धनु राशि: शिवलिंग को कच्चे दूध, केसर, गुड़ व हल्दी मिलाकर अभिषेक कराना चाहिए। केसर व हल्दी से तिलक करें और पीले पुष्प अर्पित करें। अभिषेक कराते समय ऊं नम: शिवाय, गुरू देवाय नम: करना चाहिए।

मकर राशि: शिवलिंग पर घी, शहद, और बादाम के तेल से अभिषेक के बाद नारियल के जल से अभिषेक कराना चाहिए और नीले पुष्प अर्पित करने चाहिए।

कुंभ राशि : घी, शहद, शक्कर और बादाम के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद नारियल के जल से स्नान कराना चाहिए। हर श्रृंगार के इत्र लगाने के बाद सरसो के तेल से तिलक कर रोली से तिलक कर नीले पुष्प अर्पित करें। अभिषेक के समय ऊँ नम: शिवाय अथवा ज्योतिर्लिंग या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए।

मीन राशि : कच्चे दूध में केसर व तीर्थ जल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक कराना चाहिए। अभिषेक के बाद केसर व हल्दी से तिलक करना चाहिए। पीले पुष्प नागकेसर के साथ केसर के रेशे अर्पित करें। अभिषेक कराते समय ऊं नम: शिवाय गुरू देवाय नम: ऊं का जाप करना चाहिए।

Posted By: Inextlive