शूटर्स सोशल मीडिया के सहारे लगा रहे टारगेट को ठिकाने
टारगेट सर्च के लिए सोशल मीडिया को बनाया जा रहा है सहारा
शूटर्स फोटो देखकर फेसबुक व गूगल पर खंगालते हैं टारगेट का बैकग्राउंड शूटर्स करते हैं टारगेट, नॉकआउट, और पार्टी जैसे खास कोड वर्ड का इस्तेमाल Meerut। बदलते दौर में भाड़े के शूटर्स हत्या करने के अपने पेशे में सोशल मीडिया का सहारा लेने के साथ ही खास कोड वर्ड का इस्तेमाल भी करने लगे हैं। अब शूटर्स व्हाट्सऐप के जरिए लोगों की सुपारी लेकर उनकी हत्या कर रहे हैं और पुलिस इस सब पर लगाम कसने में नाकाम साबित हो रही है। हालांकि एसएसपी अखिलेश कुमार का कहना है कि पिछले छह महीनों में जितनी भी हत्याएं हुई हैं, उनमें कई शूटर्स के नाम सामने आए थे। जिनकी गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच को लगाया गया है। सोशल मीडिया बना सहारापुलिस का कहना है कि अब शूटर्स जिस टारगेट (जिस व्यक्ति की हत्या की जानी है) की सुपारी लेते हैं तो पहले उसकी फोटो और नाम पार्टी (सुपारी देने वाला) से व्हाट्सऐप पर मंगाते हैं। इसके बाद उसके नाम को फेसबुक या गूगल सर्च इंजन में सर्च करके फोटो का मिलान करते हैं। सबकुछ मैच हो जाने के बाद टारगेट का पूरा बैकग्राउंड खंगाला जाता है। टाइमिंग सेट करके टारगेट को नॉकआउट (हत्या) कर दिया जाता है।
पुलिस का डर खत्म दरअसल, व्हाट्सऐप पर फोटो मंगाने से पुलिस के रडार पर आने का खतरा बेहद कम हो जाता है। साथ ही सड़क पर रैकी करते वक्त पकडे़ या पहचाने जाने का खतरा भी नहीं रहता। यहीं नहीं फेसबुक या गूगल पर व्यक्ति का पूरा बहीखाता खुलकर सामने आ जाता है। 10 महीनों में 156 हत्याएं शहर में क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इस वर्ष गत 10 महीनों में ही 156 हत्याएं हो चुकी है। जिसमें 45 मर्डर शूटर्स द्वारा किए गए हैं, जो अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इनमें से कई के फेसबुक प्रोफाइल भी मौजूद हैं। हत्या के चर्चित केस 14 सितंबर 2018 जानी के बाफर गांव के किसान जितेंद्र की बदमाशों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इसमें भी पुरानी रंजिश निकलकर आई थी। जिसमें जितेंद्र ने गांव के विकेंद्र को थप्पड़ मार दिया था। उसने अपना बदला लेने के लिए डेढ़ साल बाद शूटर्स को एक लाख रुपये देकर जितेंद्र की हत्या करा दी थी। 13 सितंबर 2018कसेरू बक्सर में गुड्डू चौधरी की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में शूटर्स के नाम सामने आया थे।
19 अगस्त 2018
ब्रह्मपुरी के माधवपुरम मोड़ पर बदमाशों ने नसरीन की गोली बरसाकर हत्या कर दी। इसमें शूटर सावेज का नाम जांच में सामने आया था। 15 अगस्त 2018 बिजली बंबा बाईपास पर बदमाशों ने अंकुर राजवंशी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अभी तक यह केस ब्लाइंड है। इसमें भी पुलिस ने दो शूटर्स का हाथ होना बताया था। 7 अगस्त 2018 शास्त्रीनगर में बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर दानिश व उसके भाई शोएब को गोली मार दी थी। जिसमें दानिश की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस घटना में एक प्रॉपर्ट्री डीलर ने शूटर्स के माध्यम से दानिश की हत्या कराई थी। 2 जून 2018 परतापुर थाना क्षेत्र के कसाना गेस्ट हाउस में गेस्ट हाउस के मालिक मेहर चंद कसाना की बदमाशों ने हत्या कर दी थी। अभी तक केस पंडिंग पड़ा हुआ है। इस घटना में भी पुलिस ने शॉर्प शूटर्स का हाथ बताया था। 3 फरवरी 2018 बेटे की हत्या में गवाह सावित्री देवी की शूटर्स ने गोली मारकर हत्या की थी। 24 जनवरी 2018हत्या में गवाह निछत्तर कौर व गोलू की तीन शूटर्स सरेआम गोली बरसाकर हत्या की थी। सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। बाद में हत्या की वीडियो वायरल हो गई थी, जिससे पुलिस की जमकर किरकिरी हुई थी।