स्त्री देखने के बाद मैं बहुत अच्छा फील कर रहा हूँ और सोच रहा हूँ कि अगर स्त्री जैसी फिल्म्स के होने से ही सिनेमा बैलेंस रहता है। एक तरफ आज मैंने दर्दनाक यमला पगला दीवाना देखी दूसरी तरफ देखी स्त्री जिससे हम ये मान कर चल सकते हैं कि हॉरर कॉमेडी भी भारतीय सिनेमा में जगह बना सकती है।

कहानी :
चंदेरी के एक खंडर में है एक औरत का भूत जो मेल चोवनिस्ट मर्दों को...

समीक्षा :
भाई राज और DK अगर इतनी बढ़िया राइटिंग आप करने में सक्षम हैं तो काश आप जेंटलमैन में भी इस्तेमाल कर लेते तो मैं तभी आपका फैन हो जाता। फिल्म बहुत ही बढ़िया लिखी है। यही कारन है कि स्त्री फिल्म आपको एनग्रोस करके रखती है। कॉमिक और हॉरर सीन के बीच के ट्रांजीशन भी काफी अच्छे लिखे हैं। डायलॉग भी क्रिस्प हैं। फिल्म निर्देशन के लिहाज से भी बहुत कलीन डिरेक्टेड है। फिल्म की सिनेमाटोग्राफी और एडिटिंग भी अच्छी है। अगर टॉपिक के हिसाब से भी देखा जाए तो ये सही मायनों में एक बेहतरीन फेमिनिस्ट फिल्म है। बहुत सारे छोटे बड़े समाजिक मुद्दों के बारे में बात की गई है और यही इस फिल्म के फेमिनिस्ट होने का सबूत है कि इसे मर्द और औरत दोनों ही, एक नजर और नजरिये से देखा जा सकता है। यह मूवी एक सत्य घटना पर आधारित बताई जा रही है उससे इंट्रस्ट और भी बिल्ड अप हो जाता है।

अदाकारी :
राजकुमार राव, भाई तुम दिल खुश कर देते हो जब इस फ्लेवर के रोल्स में नजर आते हो। राजकुमार इस फिल्म के मेन अट्रैक्शन हैं। श्रद्धा कपूर जिहोने हमें हसीना पारकर में हमें डराया था वो इस फिल्म में बढ़िया काम करती दिखाई दी हैं। थोड़ा एक्सेंट पे और ...खैर जाने दीजिए। जब दिल खुश है तो क्यों ज्यादा मीन मेख निकाला जाए।

 

Rajkumar Rao is absolutely nailing the humour in #StreeTrailer! Can’t wait for more funny moments like these. #OStreeJaldiAana @RajkummarRao @ShraddhaKapoor https://t.co/xjGTYq3FzK

— Anuj Prajapati (@anujprajapati11) July 27, 2018बढ़िया फिल्म है, काफी मजेदार और डरावनी भी, अलग सा एक्सपीरिएंस होगा, देख आइये।

रेटिंग : 4 STAR

Review by : Yohaann Bhaargava

Twitter : yohaannn

राज कुमार राव ने 'स्त्री' को लेकर किया ये बडा़ खुलासा कहा, इस दिन से शुरू करूंगा अगली फिल्म की शूटिंग

Posted By: Chandramohan Mishra