श्रावण मास का पहला सोमवार अपने आप में दुर्लभ एवं महत्वपूर्ण है।सौम्य योग से सम्पन्न होने के कारण यह अपने आप में सिद्धिदायक है।


इस दिन शिव उपासना से ग्रहों की शांति के साथ भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी।अपनी राशि के अनुसार शिव जी की आराधना करने से प्राप्त शुभ फलों में वृद्धि होगी।शिवलिंग पर गंगाजल मिश्रित जल,दूध,बिल्व पत्र,मदार के पुष्प,भाँग, धतूरे का फल तथा नागकेशर अर्पित करने पर शिव जी की पूर्ण कृपा प्राप्त होती है।अपनी राशि अनुसार ग्रह दोष निवारण के लिए निम्न सामग्रियों को शिवलिंग पर अर्पण करें::--1.मेष राशि:- मेष राशि के जातकों को किसी भी प्रकार की मानसिक समस्या से मुक्ति अथवा कार्य हानि रोकने के लिए शिवलिंग पर बिल्व पत्र पर सफेद चंदन से "श्री राम"लिखकर उपरोक्त लिखित सामग्री अर्पित कर "ॐ नमो शिवाय"के मंत्र के साथ प्रत्येक बिल्व पत्र अर्पित करें, कार्य सिद्ध होगा।


2.वृषभ राशि:- इस राशि वाले जातकों को किसी विशेष कार्य सिद्धि के लिए दूध-दही से अभिषेक करना चाहिए, फिर सादा जल से,फिर शक्कर से,फिर सादा जल तदोपरांत दूध मिश्रित की धारा के साथ द्वादश ज्योतिर्लिंग के मंत्रों का उच्चारण कर,सफेद चंदन से तिलक कर इत्र लगायें।इस प्रकार से अभिषेक करने से पूरे वर्ष शुक्र के दूषित प्रभाव बचते हुए प्रसन्नता का अनुभव एवं भोले की कृपा प्राप्त होगी।

3.मिथुन राशि:-इस राशि का स्वामी बुद्ध चन्द्रमा का प्रबल शत्रु होने के कारण और चंद्र की स्थिति प्रतिकूल होने के कारण, इस राशि के लोगों को हमेशा शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करते समय "ॐ नमः शिवाय करालं महाकाल कालम कृपालं ॐ नमः"का जाप करना चाहिए।शिव जी को शहद से स्नान कराने के बाद गाय को हरा चारा अवश्य ही खिलाएं।4.कर्क राशि:-इस राशि का स्वामी चंद्र शिवजी का अधिक प्रिय होने के कारण चंद्र की शांति शिवलिंग पूजन विशेषकर सोमवार को करने से चंद्र ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होती है।मानसिक शांति प्राप्त होती है।इस राशि वाले जातकों को दूध,दही,गंगाजल व मिश्री से स्नान कराना चाहिए।"ॐ चंद्र मौलेश्वर नमः"का जाप करना चाहिए।5.सिंह राशि:- इस राशि का स्वामी सूर्य है जो अत्यंत तेज प्रभाव रखता है,इसलिए इसके स्वभाव में उग्रता आ जाती है, इस कारण इनके शत्रु अधिक होते हैं।इन जातकों को शुद्ध घी से शिवलिंग को स्नान कराना चाहिए।6.कन्या राशि:- इस राशि का स्वामी बुध है,यदि इस राशि के लोगों को आर्थिक समस्या,अपयश अथवा अचानक धन हानि का अनुभव करते हों तो इससे बचने के लिए श्रावण मास शिवलिंग पर दूध,घी और शहद से अभिषेक करें।बिल्व पत्र,मदार पुष्प, धतूरा तथा बेल का फल अर्पित कर तत्पश्चात भाँग अर्पित करें, ये आराधना श्रावण मास अथवा शुक्ल पक्ष के सोमवार से भी आरम्भ की जा सकती है।

7.तुला राशि:-इस राशि का स्वामी शुक्र होता है, इसलिए इस राशि से प्रभावित व्यक्ति विपरीत लिंग की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं, अतः इन लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या से बचने के लिए और भोले बाबा की कृपा प्राप्त करने के लिये दही और गन्ने के रस से शिवलिंग को स्नान कराते हुए सुगंधित इत्र लगाना चाहिए, स्नान के बाद गरीबों में थोड़ी मिश्री का दान करना चाहिए।8.वृश्चिक राशि:-इस राशि का स्वामी मंगल होने के कारण इन लोगों में उग्रता का स्वभाव देखने को मिलता है, अतः इन जातकों को शिवलिंग पर तीर्थ स्थान का जल तथा दूध में शक्कर एवं शहद मिलाकर स्नान कराने के बाद लाल चंदन से तिलक करने आध्यात्मिक लाभ होता है9.धनु राशि:-इस राशि के स्वामी गुरु होते हैं,इसलिए यह उपाय विशेषकर विद्यार्थियों के लिए विशेष लाभदायक होता है।इस राशि के जातकों को हमेशा शिवलिंग को कच्चे दूध हल्दी, केशर,गुड़ मिलाकर"ॐ नमो शिवाय गुरु देवाय नमः ॐ"का जाप करते हुए स्नान कराना चाहिए,स्नानोपरांत केशर से तिलक करें,पीले फूल अर्पण करें।
10.मकर राशि:- इस राशि के स्वामी शनिदेव हैं,ऐसे जातकों के कार्यों में यदि बिलंब,परेशानी,आर्थिक कष्ट रहते हों,तो श्रावण मास अथवा हमेशा ही घी,शहद,दही और बादाम के तेल से अभिषेक के बाद नारियल के पानी से स्नान कराने के उपरांत नीले पुष्प अर्पित करें तथा यथा सम्भव"ॐ नमो शिवाय"का जाप करना चाहिए।11.कुम्भ राशि:-इस राशि के स्वामी भी शनि देव हैं,ऐसे जातकों को यदि कार्य में बाधा,बिलंव, धन हानि,शारीरिक कष्ट रहते हों तो श्रावण मास अथवा हमेशा घी,शहद,शक्कर और बादाम के तेल से अभिषेक के बाद नारियल के जल से,इसके बाद सरसों के तेल से तिलक कर रोली लगाने के बाद नीले पुष्प अर्पित करते हुए"ॐ नमो शिवाय"अथवा महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।इससे शनि देव की कृपा के साथ शंकर जी की कृपा भी प्राप्त होगी।Shravan 2019: सावन के सोमवार को इस तरह करेंगे व्रत व पूजन तो होगी शिव कृपाShravan 2019: विवाह, धन व स्वास्थ्य लाभ के लिए सावन में करें यह उपाय बन जाएंगे बिगड़े काम12.मीन राशि:-इस राशि के स्वामी भी गुरु होते हैं क्योंकि यह जल तत्व की राशि है,इसलिए शिवलिंग पर तीर्थ जल में कच्चा दूध केशर डालकर स्नान कराना चाहिए, स्नान के बाद हल्दी से तिलक कर पीले फूल व नागकेशर अर्पित करने चाहिए।मंत्र:-"ॐ नमो शिवाय गुरुदेवाय नमः ॐ"का जप करते रहना चाहिए।यह उपाय विद्यार्थियों के लिए विशेष फलदायी होता है।महिलाओं के लिए सौभाग्य की प्राप्ति होती है।इति।ज्योतिषाचार्य पं राजीव शर्मा
बालाजी ज्योतिष संस्थान,बरेली।

Posted By: Vandana Sharma