DEHRADUN: साइबेरिया व अन्य ठंडे इलाकों में बर्फ जमने के कारण अलग-अलग स्थान का रुख करने वाले पक्षी राजधानी दून से करीब चालीस किमी दूर विकासनगर के आसन बैराज पहुंचने लगे हैं. दिसंबर माह में बैराज आने का शुरू हुआ सिलसिला अभी जारी है. वन विभाग के मुताबिक प्रवासी पक्षियों की संख्या दस हजार पहुंच चुकी है. जिनकी सुरक्षा के लिए बीट ऑफिसर सहित अन्य वन कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है. विदेश से आने वाले बड्र्स में सबसे अधिक संख्या अभी तक सुर्खाब की काउंट की गई है.


जुट रहे हैं टूरिस्टदरअसल, दून का ये इलाका हर बार सर्दियों के मौसम में टूरिस्ट्स से गुलजार रहता है। इस बार भी साइबेरियाई बड्र्स को देखने के लिए लोग दूर-दूर से बैराज पहुंच रहे हैं। इसमें उत्तराखंड, यूपी के साथ ही हिमाचल के टूरिस्ट भी शामिल हैं। वन विभाग के मुताबिक न्यू इयर के मौके पर यहां भीड़ अधिक रहती है। इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि बड्र्स को किसी तरह की दिक्कत न हो। बैराज पर जुटने वाली लोगों की बड़ी संख्या के चलते यहां सोर्स ऑफ इनकम में भी इजाफा दर्ज किया जा रहा है।

और बढ़ेगी संख्या
आसन बैराज पर अभी तक सुर्खाब,(रुडी शेलडक) वुडबीकर, रेड वाटलेड लेपांग, ग्रे हार्नबिल, टाइटिल्ड डक, इंडियन पोंड हीरोन, फिश इगल, नॉर्दर्न पिनटेल, शावलर, व्हाइट ब्रेसटेड, स्पॉट बिलडक, टाइल्ड डक, कामन कूट, कामन पोचार्ड, व्हाइट चेस्ट जलमुर्गी, ग्रे लेग गूज सहित कई अन्य प्रजातियां डेरा डाल चुकी हैं। बैराज स्थित टूरिस्ट स्पॉट के प्रबंधक अजय पाल कंडारी के मुताबिक, इस स्थान को लेकर पर्यटकों का क्रेज काफी पहले से रहा है। इस बार भी वही स्थिति है। अधिक संख्या में बड्र्स के यहां आने के सबसे बड़ी वजह ये है कि पक्षी खुद को सुरक्षित महसूस करते हैैं। इसके अलावा उनके खाने के भी पर्याप्त साधन यहां मौजूद है।आसन बैराज हमेशा से टूरिस्ट्स को लुभाता रहा है। यहां साइबेरिया के साथ ही अन्य स्थानों से भी बड्र्स की अनेक प्रजातियां आती हैैं। जिन्हें देखने के लिए केवल उत्तराखंड से ही नहीं, बल्कि अन्य प्रदेश से भी टूरिस्ट आते हैं।-अजय पाल कंडारी, प्रबंधक आसन बैराज टूरिस्ट प्लेस

Posted By: Inextlive