- मच्छरहट्टा थोक मार्केट में डेली का हो रहा है 20 से 25 करोड़ नुकसान

- स्ट्राइक के कारण मच्छरहट्टा थोक मंडी में पसरा रहता है सन्नाटा, 5000 से अधिक हैं शॉप

- पूजा और फेस्टिवल को लेकर मार्केट में आ चुका है काफी माल

PATNA CITY : ऑटो वालों की हड़ताल ने पटना सिटी के मच्छरहट्टा स्थित थोक मार्केट गर्म बाजार को एक दम से ठंडा कर दिया है। ऑटो ड्राइवर्स के बेमियादी हड़ताल पर चले जाने के कारण मच्छरहट्टा की थोक मार्केट को डेली करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। नुकसान वो भी एक-दो करोड़ का नहीं, बल्कि ख्0 से ख्भ् करोड़ डेली का हो रहा है। मच्छरहट्टा थोक मार्केट में छोटी-बड़ी टोटल भ्000 से अधिक शॉप हैं। इनमें कॉस्टमेटिक, श्रृंगार के सामान, आर्टीफिसियल ज्वेलरी, धार्मिक पिक्चर, होजियरी, पटाखा और रेडिमेड गार्मेट्स सहित मनिहारी गुड्स के दूसरे प्रोडक्ट की शॉप शामिल हैं। आम दिनों में मच्छरहट्टा मार्केट में सुबह क्0 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक पैदल चलने की भी जगह नहीं रहती है, जबकि ऑटो हड़ताल के दौरान अशोक राजपथ हो या मार्केट हर तरफ सन्नाटा पसरा है।

बिहार के बाहर से आते हैं कस्टमर

मच्छरहट्टा की थोक शॉप में नॉर्थ व साउथ बिहार के साथ-साथ यूपी के गोरखपुर, बलिया व वाराणसी, झारखंड के जमशेदपुर, रांची, वेस्ट बंगाल के आसनसोल, व‌र्द्धमान सहित दूसरे टाउन के कस्टमर थोक में मनिहारी गुड्स के प्रोडक्ट खरीदने आते हैं। लेकिन जब से ऑटो वालों की हड़ताल हुई है, तब से बिहार के बाहर या लोकल कस्टमर का आना एक दम से बंद हो गया है। शॉप वालों ने विश्वकर्मा पूजा, दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा को देखते हुए ढ़ेर सारा माल स्टॉक में मंगा रखा है। हड़ताल ने इन सब की कमर ही तोड़ डाली है।

होजियरी में रूमाल और तौलिया का थोक बिजनेस है। सीजन के हिसाब से काफी माल स्टॉक में मंगा लिया गया था। अचानक ऑटो वालों की हड़ताल ने कहीं का नहीं छोड़ा।

- भगवती प्रसाद मोदी

मेरा इलेक्ट्रिकल गुड्स का बिजनेस है। विश्वकर्मा पूजा से लेकर छठ पूजा तक के लिए हमने स्टॉक पूरा कर लिया है। पिक सीजन के टाइम में ऑटो की हड़ताल ने धंधा चौपट कर दिया है।

- अमरजीत सिंह छाबड़ा

पूजा और फेस्टिवल के मौके पर धार्मिक कैलेंडर्स की खूब बिक्री होती है। हर साल की तरह इस साल भी ढेर सारा स्टॉक रखा गया है, लेकिन पिछले भ् दिनों से हड़ताल ने धंधे पर पानी फेर दिया है।

- उदय राय

मनिहारी गुड्स के सारे आइटम स्टॉक में पड़े हैं। ऑटो वालों की हड़ताल सुनकर किसी भी टाउन के कस्टमर नहीं आ रहे हैं। पूरा दिन खाली बीत रहा है। हमारा काफी नुकसान हो रहा है।

- मनोरंजन चौधरी

ऑटो वालों की हड़ताल जल्द से जल्द खत्म कराने के लिए स्टेट गवर्नमेंट को सिरियसली वर्क करना होगा। बिजनेसमैन के लिए एक-एक दिन भारी पड़ रहा है। डेली ख्0-ख्भ् करोड़ का नुकसान पूरे मार्केट को उठाना पड़ रहा है। इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा।

- प्रदीप कुमार सिंह, प्रेसिडेंट, व्यापार मंडल, पटना सिटी

Posted By: Inextlive