-चौहरे हत्याकांड के बीच अंकित हत्याकांड को भूली पुलिस

-अंकित हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभी भी सलाखों से बाहर

-पुलिस से गुस्साए लोग करेंगे पीएचक्यू का घेराव

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DEHRADUN : चौहरे हत्याकांड के बीच अंकित हत्याकांड को पुलिस भूल चुकी है। अभी तक अंकित के हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं। जिस कारण स्थानीय लोगों में पुलिस के खिलाफ खासा आक्रोश है। गुस्साए लोग फिर से सड़कों पर उतर सकते हैं। आगामी फ्क् अक्टूबर को वे पुलिस मुख्यालय का घेराव करेंगे।

सीने में दागी थी गोली

दरअसल, क्0 सितंबर को बलावाला निवासी सहायक कृषि अधिकारी एसएस थपलियाल के घर घुसे हथियार बंद आधा दर्जन बदमाशों ने घर से लाखों का माल साफ कर दिया था। विरोध करने पर घर के इकलौते चिराग अंकित की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात में छह लोगों के नाम सामने आए थे, जिनमें शहजाद, नदीम, साजिद, साजिद पहलवान, अकरकम व अखलाक का नाम सामने आया था। पुलिस शहजाद पहलवान व अकरम को छोड़ सभी को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि अंकित का हत्यारा अकरम अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसी ने अंकित के सीने में गोली मारी थी।

होगा पीएचक्यू का घेराव

पुलिस का दावा था कि जल्द ही हत्यारोपी अकरम को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन समय बीतने के साथ अकरम की गिरफ्तारी के प्रयास भी ठंडे पड़ते जा रहे हैं। स्थिति यह है कि लोगों में फिर से उबाल आने लगा है। अंकित के चाचा दिनेश थपलियाल ने बताया कि अंकित के हत्यारे अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। जिस कारण उनके अब भी खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोंगों ने अंकित को न्याय दिलाने के लिए जन संघर्ष समिति बनाई थी, जिसमें सर्व सम्मति ने निर्णय लिया गया है कि फ्क् अक्टूबर को पीएचक्यू का घेराव किया जाएगा। परेड ग्राउंड से स्थानीय लोगों के साथ जन प्रतिनिधि पीएचक्यू का कूच करेंगे।

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पुलिस के हाथ खाली

हत्याकांड में गिरफ्त से बाहर चल रहे आरोपियों की धरपकड़ के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा एसओजी टीम को लगाया गया है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस अंधेरे में सहारनपुर, बिनजौर, मुजफ्फरनगर में दबिश दे रही है, लेकिन हर जगह उसे निराशा ही हाथ लग रही है। ऐसे में पुलिस का नकारापन भी सामने आने लगा है। एसओ रायपुर अबुल कलाम ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास जारी है।

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बांटे जा रहे हैं पंप्लेट

घेराव कार्यक्रम में लोगों को जोड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है। समिति की तरफ से अंकित को न्याय दिलाने के लिए पोस्टर छापे गए हैं, इसके अलावा सोशल साइट के जरिए भी इस मुहिम को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। अंकित के चाचा दिनेश थपलियाल ने बताया कि जब तक अंकित के हत्यारे पकड़े नहीं जाते तब तक उन्हें खतरा बना हुआ है। क्योंकि उनके भाई और भाभी ही गवाह हैं। हत्यारे खुद को बचाने के लिए उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं।

Posted By: Inextlive