RANCHI : राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में फिर बिजली के लिए हाहाकार मच सकता है। टीवीएनएल की एक यूनिट के ठप होने के बाद सिकिदी हाइडल पावर प्लांट के बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। अगर ऐसी नौबत आती है तो फिर झारखंड पूरी तरह सेंट्रल पूल से मिलने वाली बिजली पर निर्भर हो जाएगी। सेंट्रल पूल से जो बिजली मिल रही है, वह झारखंड की जरूरतों से काफी कम है। इस वजह से लोड शेडिंग के जरिए बिजली आपूर्ति करना बाध्यता हो जाएगी।

डैम का घट रहा जलस्तर

गेतलसूद डैम का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। यह मात्र 19 फीट रह गया है जो बिजली उत्पादन के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में सिंचाई विभाग द्वारा बिजली वितरण निगम को पत्र लिखकर भेजा गया है कि गेतलसुद डैम में पानी का स्तर कम होने के कारण अब बिजली उत्पादन के लिए पानी नही छोड़ा जाएगा। गौरतलब है कि डैम की जल संग्रहण क्षमता 36 फीट है, जबकि 18 फीट तक जलस्तर रहने पर ही सिकिदरी पावर प्लांट में बिजली उत्पादन के लिए पानी छोड़ा जाता है।

बिजली उत्पादन नहीं बंद हुआ तो सप्लाई पर संकट

सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रुक्का डैम से शहर के 75 प्रतिशत आबादी को पानी की सप्लाई की जाती है। इस डैम पर सिकिदिरी हाइडल प्रोजेक्ट्स से भी बिजली का उत्पादन होता है, ऐसे में हाल के दिनों में पानी का लेबल डैम में कम होता जा रहा है। अगर बिजली का उत्पादन तत्काल बंद नहीं किया गया तो शहर के लोगों को पानी सप्लाई में परेशानी होने लगेगी।

घंटो हो रही है लोड शेडिंग

रांची समेत पूरे राज्य में बिजली संकट गहरा रहा है। रांची में फ ल लोड का बिजली का दावा किया जाता है ,लेकिन इसके बावजूद सुबह से लेकर देर रात तक राजधानी रांची में लोड शेडिंग होती रहती है। अलग -अलग इलाकों में एक से तीन घंटे तक लोड शेडिंग हो रही है। आलम यह है कि निगम के द्वारा टीवीएनएल को और टीवीएनएल द्वारा सीसीएल को बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जाता है, इस कारण एक बार फि र सीसीएल ने बकाए को लेकर कोयले की आपूर्ति रोक दी है।

सिकिदरी से डेली 130 मेगावाट बिजली उत्पादन

राज्य का इकलौता सिकिदरी हाइडल पावर प्लांट से दो यूनिट क्रमश 65.65 मेगावाट प्रतिदिन 130 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है, इससे उत्पादित बिजली रांची, गुमला, खूंटी, लोहरदगा व आसपास के क्षेत्रों में आपूर्ति की जाती है, पीक ऑवर में इस बिजली का इस्तेमाल अधिक किया जाता है।

टीवीएनएल के पास नहीं है पर्याप्त कोयला

टीवीएनएल के एककूनिट से ही उत्पादन हो रहा है। सीसीएल अभी महज एक-एक रैक कोयला ही भेज रहा है, जिससे एक यूनिट ही चलाया जा सकता है। इसलिए दूसरी यूनिट से उत्पादन रोक दिया गया है। इसका सीधआ असर पूरे राज्य पर पड़ रहा है अब सिकिदरी हाइडल प्रोजेक्ट से भी उत्पादन अगर बंद कर दिया जाता है ऐसे में बिजली की किल्लत बड़े लेवल पर शुरू हो जाएगी।

Posted By: Inextlive