-1291 सड़कों में 700 सड़कों को किया जाना है दोहरीकरण

-15 ब्लाकों की दस-दस सड़कें पहले राउंड में होंगी डबल लेन

Bareilly: पीडब्ल्यूडी जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों की सभी सिंगल लेन सड़कों को टू लेन में तब्दील करेगा। इसके लिए तीन सौ सड़कों की लिस्ट तैयार कर मंत्रालय को भेज दी गई है स्वीकृति मिलने के बाद इन सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा।

सभी ब्लाकों से दस सड़कों पहले राउंड में किया गया है शामिल -

पीडब्ल्यूडी की ओर से चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 में तीन सौ सड़कों की लिस्ट शासन को भेजी जा चुकी है। पहले राउंड में 15 ब्लॉकों से दस-दस सड़कों को डबल लेने में तब्दील करने की स्वीकृत मांगी गई है। इन सड़कों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद शेष 150 सड़कों की लिस्ट दोबारा जारी की जाएगी।

मुख्य मार्ग से जुड़ेंगी सड़कें

ग्रामीण क्षेत्रों की सिंगल लेन की सडकों को डबल लेन में तब्दील कर सिंघनखेड़ा मार्ग, फरीदपुर के शहरी भाग, गैनी-अखा मार्ग, पीलीभीत मार्ग, फरीदपुर-बीसलपुर मार्ग सहित बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर के प्रमुख मार्गों से जोड़ा जाएगा।

800 किमी। होगा निर्माण

पहले दौर में आठ सौ किलोमीटर सड़क को डलब लेन में बदलने की तैयारी पीडब्ल्यूडी ने कर ली है। जिसकी अनुमानित लागत 1200 करोड़ है। पीडब्ल्यूडी के अनुसार वर्तमान में दस किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण में 20 करोड़ की लागत आती है। जिस सड़क पर नाला व नदी होती है वहां दस किलोमीटर सड़क बनाने में 25 करोड़ की लागत आती है।

4 लाख ग्रामीणों को होगा लाभ

सिंगल लेन की सड़कों को टू लेन में तब्दील होने से ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को सबसे अधिक फायदा होगा। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता बीएन शर्मा ने बताया कि लगभग 4 लाख लोगों को लाभ होगा।

व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा

सड़कों को डबल लेन करने का मुख्य कारण ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापार बढ़ाना है। पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर ने बताया कि इन सड़कों के निर्माण से शहरी क्षेत्र के व्यापारी ग्रामीण और ग्रामीण क्षेत्र को किसान अपनी फसलों को आसानी से शहर के बाजारों तक पहुंचा सकेंगे।

वर्जन--

किसी भी राज्य के विकास में सड़कों का अहम रोल होता है। जिसको ध्यान में रखते हुए सिंगल लेन सड़कों को डबल लेन में तब्दील करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। पहले राउंड में 150 सड़कों को टू लेन किया जाएगा। एक माह के भीतर सड़कों के चौड़ीकरण का काम शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है।

राकेश राजवंशी, चीफ इंजीनियर, बरेली

Posted By: Inextlive