यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की कॉपियों में पास होने के लिए छात्रों ने लिखी तरह-तरह की बातें

मेरठ में चार केंद्रों पर चल रहा है मूल्यांकन, कॉपी भरने को लिख दिया बिना पूछे गए सवालों का उत्तर

Meerut. सर मेरी शादी टूट जाएगी, प्लीज मुझे पास कर देना..सर में बहुत गरीब हूं इसलिए मुझे पास कर देना..पिछली बार तो फेल कर दिया था इस साल पास कर देना..ये किसी फिल्म के डायलॉग नहीं हैं बल्कि यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों के आंसरशीट में लिखे जवाब हैं. मूल्यांकन के दूसरे दिन केंद्रों पर परीक्षकों को कॉपी चेक करने दौरान आंसर की जगह ऐसे ही जुमले पढ़ने को मिले. परीक्षा में पास होने के लिए स्टूडेंट्स ने खूब जुमलेबाजी की है.

मूल्यांकन ने पकड़ी गति

सोमवार को केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य ने गति पकड़ ली. चारों केंद्रों पर करीब 70 प्रतिशत परीक्षक कॉपी जांचने पहुंचे. इस दौरान परीक्षकों ने बताया कि परीक्षा में सीसीटीवी और वॉयस रिकार्डर लगाने का असर कॉपियों में साफ दिख रहा है. दूसरे दिन जांची गई कॉपियों में न तो खाली आंसरशीट मिली न ही एक जैसे उत्तर वाली कॉपियां सामने आई. जीआईसी केंद्र पर कॉपी जांच रहे परीक्षकों ने बताया कि केमेस्ट्री, बॉयो, इंग्लिश जैसे विषयों में स्टूडेंटस ने कॉपी भरने के लिए एक ही प्रश्न को ही कई बार लिख दिया है. जबकि कुछ स्टूडेंट्स ने एग्जाम में बिना पूछे प्रश्नों का उत्तर लिखा दिया है.

सीडीओ ने किया निरीक्षण

सीडीओ आर्यका अखौरी और डीआईओएस ने दूसरे दिन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. सीडीओ ने एसडी सदर इंटर कॉलेज में व्यवस्थाओं के साथ ही कॉपियों का भी जायजा लिया. वहीं डीआईओएस ने जीआईसी का दौरा कर व्यवस्थाएं जांची. इस दौरान उन्होंने परीक्षकों से समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली. जिसके तहत परीक्षकों ने लाइट की व्यवस्था ठीक न होने की बात कही. मूल्यांकन कार्य में तेजी लाने के लिए बोर्ड ने अतिरिक्त परीक्षकों की व्यवस्था भी की है. इसके तहत सोमवार को सभी केंद्रों पर करीब 150 परीक्षकों की नियुक्ति की लिस्ट भेजी गई ताकि समय से मूल्यांकन कार्य पूरा किया जा सके.

अनुपस्थित परीक्षकों का कटेगा वेतन

बोर्ड की ओर से इस बार 25 मार्च तक मूल्यांकन कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे में अनुपस्थित होने वाले परीक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करने की योजना तैयार कर ली गई है. डीआईओएस ने बताया कि अनुपस्थित परीक्षकों की वजह से मूल्यांकन कार्य प्रभावित होता है. ऐसे परीक्षकों पर कार्रवाई स्वरूप उनका वेतन काटा जाएगा.

बढ़ेगा परीक्षकों का पारिश्रमिक

शासन की ओर से परीक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की योजना बनाई जा रही है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक नई व्यवस्था के तहत 10वीं की कॉपियां जांचने वाले परीक्षक को 8 की जगह 11 और 12वीं की कॉपियों के लिए 10 की जगह 13 रूपये प्रति कॉपी मानदेय दिया जाएगा. इसके अलावा डीएचई को 300 की जगह 400 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा. प्रैक्टिकल के लिए अब 8 रूपये प्रति छात्र मानदेय दिए जाने की योजना तैयार की गई है. अन्य पदों के लिए भी मानदेय में बढ़ोतरी की जाएगी.

आंकड़ा एक नजर में..

जीआईसी में

कुल कॉपियां - 93548

कॉपियां जांची - 8140

परीक्षकों की ड्यूटी - 490

अनुपस्थित - 87

राम सहाय इंटर कॉलेज

कुल कॉपियां - 96423

कॉपियां जांची - 5200

परीक्षकों की ड्यूटी - 570

अनुपस्थित परीक्षक - 108

सनातन धर्म इंटर कॉलेज

कुल कॉपियां - 176212

कॉपियां जांची - 14500

परीक्षकों की ड्यूटी - 670

अनुपस्थित परीक्षक - 155

केके इंटर कॉलेज

कुल कॉपियां - 178405

कॉपियां जांची - 11010

परीक्षकों की ड्यूटी - 595

अनुपस्थित परीक्षक - 85

केंद्रों पर व्यवस्थाएं जांची गई है. किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं मिली है. दूसरे दिन परीक्षकों की उपस्थिति ठीक रही.

गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस, मेरठ

Posted By: Lekhchand Singh