- राजधानी में धूमधाम से मनाया गया भाई दूज का त्योहार

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LUCKNOW : भाई-बहन के प्यार का प्रतीक भाई दूज का पर्व शुक्रवार को राजधानी में धूमधाम से मनाया गया। दोपहर 12:54 से दोपहर 2:58 बजे के बीच शुभ मुहूर्त में भाईयों ने बहनों से तिलक लगवाकर उन्हें उनकी रक्षा का वचन दिया। वहीं बहनों ने भाईयों की लंबी आयु की भगवान से कामना की। पर्व के चलते शुक्रवार को राजधानी की सड़कों पर ट्रैफिक कम होने से लोगों को जाम की समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ा। इस दौरान मिठाई को छोड़कर अधिकतर दुकानें भी बंद ही रहीं।

परम्परागत तरीके से मनाया त्योहार

मान्यता है कि कार्तिक मास शुक्ल पक्ष यम द्वितीया को भाई दूज के दिन बहनों के घर जाने वाले भाइयों का यम भी रास्ता नहीं रोकते। इसी मान्यता के चलते बहनों कथा सुनने और पूजन के बाद विधि-विधान से भाइयों का तिलक किया और मिठाई खिलाई। इस दौरान बहुत सी बहनों ने बेरी की डाल की पूजा कर भाई के सारे कष्ट हरने की भगवान से प्रार्थना भी की।

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इसलिए मनाते हैं भाई दूज

पं। राधेश्याम शास्त्री ने बताया कि कि भाई दूज के पीछे कई कथानक हैं। उनके से एक यह है कि यमराज भाई दूज के दिन अपनी बहन यमी (यमुना) के घर गए थे। बहन ने यमराज का तिलक कर आरती उतारी तो बहन ने भाई से उपहार मांगा कि इस दिन जो भाई बहन के घर जाएगा और बहन उसकी आरती उतार कर तिलक लगाएगी उसके घर आप नहीं जाओगे। यमराज ने उसे इसका वरदान दे दिया। तभी से भाई दूज मनाने की परम्परा चली आ रही है। यह भी मान्यता है कि इस दिन रोली में यमुना नदी का जल मिलाकर टीका करने से भाइयों को यम की यातना से मुक्ति मिल जाती है।

Posted By: Inextlive