Have problem in meeting deadlines or do you think that office hours are not enough to complete your tasks? Well have you ever noticed those extra unproductive minutes that you waste unknowingly?


अगर आपका काम समय से पूरा नहीं हो रहा है तो आपको जरूरत है अपने डेली ऑफिस रूटीन पर एक नजर डालने की कि क्या वजह हैं जिनके चलते आपका काम समय से पूरा नहीं हो रहा है. अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगें तो आप आसानी से किसी भी असाइनमेंट को टाइम से पूरा कर सकते हैं. Piling on pending workपेंडिंग वर्क का टेंशन और उसका अफेक्ट आपके प्रजेंट असाइंमेंट पर भी पड़ता है. जब आप पेंडिंग वर्क कंप्लीट करने में लगे होंगे तो करेंट असाइंमेंट कंप्लीट करने और उनकी डेडलाइंस मीट करने में प्रॉब्लम तो होगी ही. काम को डेडलाइन पर खत्म करके आप काफी टाइम तो सेव कर ही सकते हैं वर्क प्रेशर को भी कम कर सकते हैं.Making fuss about work
किसी भी काम को पूरी तरह समझे बिना ही उसे टफ मान लेना उसे पूरा करने की स्पीड को कम कर देता है क्योंकि आप उसमें अपना पूरा आउटपुट नहीं देते. हो सकता है आप जिस काम को लेकर इतना इश्यू बना रहे हों वाकई उसमें ऐसा कुछ भी ना हो.  काम को लेकर परेशान होना और खुद को कोसने से अच्छा है उसे टाइम पर मन लगाकर कंप्लीट कर लें.


Prioritize your work

कौन सा काम इंपॉर्टेंट है जिसे पहले करना है या कौन से काम को डीले किया जा सकता है ये डिसाइड करने की कैपेबिलिटी आपमें होनी चाहिए. जिस काम को दो दिन बाद किया जा सकता है उसे पहले करके आप सिर्फ अपने इंपॉर्टेंट काम की डेडलाइन वेस्ट करेंगे. पांच कामों में से हर काम थोड़ा-थोड़ा करना अक्लमंदी नहीं. एक काम डिसाइड करें जो सबसे ज्यादा जरूरी है और उसे निपटाएं.  Social networkingऑफिस में सोशल नेटवर्किंग साइट पर ब्राउज करने और जी टॉक पर बातें करने की छूट का मतलब ये नहीं कि आप अपना सारा काम छोडक़र स्टेटस अपडेट और अपनी फ्रेंड सर्किल के हाल-चाल लेने में सारा टाइम वेस्ट कर दें. इससे आपकी और कंपनी दोनों की प्रोडक्टिविटी पर फर्क पड़ेगा. पूरे दिन में थोड़ा टाइम अपने एंटरटेनमेंट को देना एक्सेप्टेबल है पर सिर्फ इन साइट्स पर अपना टाइम वेस्ट करना बिल्कुल एक्सेप्टेबल नहीं है.Bringing personal issues to work
वर्कप्लेस पर अपने पर्सनल इश्यूज को लाना से आपका बहुत टाइम वेस्ट हो सकता है. चाहे आपके पर्सनल कॉल्स हों या फिर किसी भी फ्रेंड से इमोशनल कांफ्लिक्ट. इसे आप वर्कप्लेस पर अवॉयड करके काफी टाइम सेव कर सकते हैं. जरा सोचिए फोन पर बात करते-करते आप कितना टाइम वेस्ट करते हैं आपको खुद ही नहीं पता चलता. इसका मतलब ये नहीं कि वर्कप्लेस पर इंपॉर्टेंट कॉल्स नहीं अटेंड कर सकते.Useless gossipingअगर अपना काम करने के लिए आपको वक्त कम लग रहा है तो यह पता लगाने की जरूरत है कि टाइम कंज्यूम कहां हो रहा है. कहीं ऐसा तो नहीं कि आप ऑफिस की बेकार की गॉसिप का हिस्सा बन रहे हों और आपको पता ही नहीं चल रहा है कि कितना टाइम उसमें वेस्ट हो रहा है. गॉसिपिंग बड़ी ही टेम्पटिंग लगती है पर इस पर वेस्ट होने वाले टाइम का हिसाब लगाएं तो आपको पता चलेगा कि उसमें आप कितना प्रोडक्टिव काम कर सकते थे.

Posted By: Surabhi Yadav