मेडिकल में ईएनटी विभाग में हमला व तोड़फोड़ का मामला

ओपीडी में मौजूद छह जूनियर डॉक्टरों ने की पहचान, प्रिंसीपल ने की कार्रवाई

Meerut : मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस चतुर्थ वर्ष मिनी प्रॉब में फेल होने पर सोमवार को ईएनटी विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ। कपिल कुमार पर हमला करने तथा तोड़फोड़ करने के आरोपी छह स्टूडेंट्स की पहचान करके निलंबित कर दिया गया है। हमले के समय ओपीडी में विभागाध्यक्ष के साथ मौजूद छह जूनियर डॉक्टरों द्वारा पहचान किए जाने के बाद प्रिंसीपल ने यह कार्रवाई की है। जबकि तीन सदस्यीय जांच समिति अभी अपनी जांच कर रही है।

सोमवार को एमबीबीएस स्टूडेंट्स के दुस्साहस ने मेडिकल कॉलेज को हिलाकर रख दिया था। मामला गंभीर था लिहाजा तीन वरिष्ठ चिकित्सकों की जांच टीम का गठन किया गया था। जांच टीम ने अभी अपनी जांच पूरी नहीं की है लेकिन प्रिंसीपल ने बुधवार को इस मामले में एमबीबीएस के छह आरोपी स्टूडेंट्स को निलंबित करके कड़ी कार्रवाई का संदेश दे दिया। घटना के बाद विभागाध्यक्ष डॉ। कपिल कुमार ने मेडिकल थाने में छह स्टूडेंट्स को नामजद करके तथा कुल क्भ्0 स्टूडेंट्स के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकद्मा दर्ज कराया था।

एफआईआर में कुल छह स्टूडेंट्स अभय कुमार भारती, लाल मुनी सिंह, मुकेश सिंह, अंकुर कुमार, देवेश कुमार व विशाल जाटव को नामजद किया गया था। प्रिंसीपल डॉ। प्रदीप भारती ने बताया कि घटना के समय ओपीडी में विभागाध्यक्ष के साथ छह जूनियर डॉक्टर भी ड्यूटी पर थे। उक्त सभी ने लिखित बयान में छह नामजद स्टूडेंट्स की पहचान की है। उसी के आधार पर इन छह स्टूडेंट्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जांच पूरी होने तक ये निलंबित रहेंगे।

जांच टीम देगी बाकी नाम

प्रिंसीपल ने बताया कि तीन वरिष्ठ चिकित्सकों डॉ। कीर्ति दुबे, डॉ। ललिता चौधरी व डॉ। सुभाष सिंह की जांच समिति हमलावर क्भ्0 स्टूडेंट्स में शामिल स्टूडेंट्स के नाम उपलब्ध कराएगी। नाम मिलते ही उक्त स्टूडेंट्स के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। मेडिकल कॉलेज के इतिहास में ऐसा पहला मामला है। इसकी पुनरावृत्ति न हो लिहाजा कड़ी कार्रवाई जरूरी है।

आरोप साबित हुए तो बर्बाद होगा कैरियर

मामले की जांच पुलिस कर रही है। पुलिस जांच में यदि स्टूडेंट्स पर आरोप साबित होते हैं तथा न्यायालय सजा सुनाता है तो सभी आरोपियों का कैरियर समाप्त हो जाएगा। प्रिंसीपल डॉ। प्रदीप भारती ने बताया कि पुलिस की जांच में कॉलेज प्रशासन पूरा सहयोग कर रहा है।

नुकसान की स्टूडेंट्स से होगी वसूली

तोड़फोड़ से हुई सरकारी क्षति की भी उक्त पूरे बैच से वसूली की जाएगी। प्राचार्य ने बताया कि तोड़फोड़ में कंप्यूटर, फर्नीचर तथा मेडिकल उपकरण नष्ट हुए हैं। लगभग ब् से भ् लाख का नुकसान हुआ है।

बैकफुट पर आरोपी स्टूडेंट

पहले दिन दबंगई दिखाने वाले स्टूडेंट एफआईआर तथा निलंबन के बाद बैकफुट पर आ गए हैं। आरोपियों के साथ साथ मेडिकल कॉलेज के पांचों वर्षो के सभी भ्00 स्टूडेंट्स ने हस्ताक्षर करके लिखित आश्वासन प्रिंसीपल को सौंपा है। जिसमें उन्होंने घटना पर क्षमा याचना करते हुए अपनी गलती स्वीकार की तथा भविष्य में ऐसा न होने का आश्वासन दिया है। प्रिंसीपल ने उन्हें माफी न देने की घोषणा की तथा हमले में घायल डॉ। कपिल से माफी मांगने की सलाह दी। सूत्रों का कहना है कि स्टूडेंट्स ने डॉ। कपिल के पास भी पहुंचकर अफसोस जताया है।

Posted By: Inextlive