RANCHI : बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में बंद महिला कैदियों के हुनर को निखारा जा रहा है। इन्हें फैशन डिजाइनिंग, प्रिंटिंग आर्टिफिशियल ज्वेलरी निर्माण, पेंटिंग समेत कई और वोकेशनल ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके अलावा उनकी पढ़ाई-लिखाई की भी पूरी व्यवस्था है। जेल में मंगलवार को जेल का निरीक्षण करने पहुंची झारखंड राज्य बाल सरंक्षण आयोग की टीम को यह जानकारी दी गई। इस मौके पर महिला कैदियों द्वारा बनाए गए सामान भी उन्हें दिखाए गए। टीम में बाल कल्याण समिति रांची की सदस्य तनुश्री सरकार, पीयूष सेनगुप्ता, अजुर्न कुमार समेत अन्य शामिल थे।

वार्डो का लिया जायजा

झारखंड राज्य बाल सरंक्षण आयोग की टीम ने इस दौरान महिला वार्ड का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रसोई, शौचालय, कारा अस्पताल एवं परिसर का जायजा लिया। मौके पर पांच महिला कैदियों ने कहा कि उनके घर में बच्चे अकेले रहते हैं। उनकी परवरिश प्रभावित हो रही है। इस पर आयोग के सदस्यों ने आश्वस्त किया कि जिलों में बाल संरक्षण यूनिट मे ऐसे बच्चों को संरक्षण दिया जाता है। जरूरत पड़ने पर आयोग संबधित जिले के डीसीपीओ को जांच करने कर कार्रवाई करने का आदेश देगा।

महिला कैदी बोली, जेल में नहीं है कोई दिक्कत

महिला कैदियों ने आयोग के सदस्यों को बताया कि जेल में उन्हें कोई परेशानी नहीं है। सप्ताह में दो दिन डॉक्टर विजिट करने आते हैं। अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कैदियों की पेशी की जा रही है। उन्होंने बताया कि जेलर ने जानकारी दी कि वे खुद बंदियों की रेगुलर काउंसलिंग करते हैं।

Posted By: Inextlive