फैक्ट्री के पीछे बनी है झुग्गी झोपड़ी

आग के चलते बुल्डोजर से हटाई गई झोपड़ी

आगरा। सिकंदरा में करीब 600 गज में फैक्ट्री बनी हुई है। फैक्ट्री के पीछे दीवार से सटकर कई झोपडि़यां बनी है जिनमें राजस्थान के परिवार रहते हैं। आग ने उनके आशियाने को उजाड़ दिया। किसी तरह उन्होने सिर ठकने के लिए झोपड़ी तैयार की थी जो एक झटके में तबाह हो गई।

फैक्ट्री के पीछे मची अफरा-तफरी

फैक्ट्री के पीछे राजस्थान के मिरासी परिवार रहते हैं। झोपड़ी में रहने वाली जरीना पत्‍‌नी पूसा खान ने बताया कि यहां पर पिछले 20 साल से राजस्थान के करीब 200 परिवार रहते हैं। सभी लोग मजदूरी करते हैं। आग लगने के दौरान पीछे की दीवार बुरी तरह से गर्म हो गई जिससे झोपड़ी पर असर पड़ने लगा। फैक्ट्री के जंगलों से आग की भयानक लपटें बाहर निकल रही थी। लपटें देख कर लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

झोपड़ी से सामान निकाल बाहर

आग फैलने के डर से सभी दहशत में थे। किसी तरह लोगों ने फैक्ट्री की दीवार से सटी झोपडि़यों से सामान बाहर निकाला। वहीं दमकल भी बराबर पानी की बोझार किए हुए थी। झोपड़ी की वजर से पानी डालने में दिक्कत हो रही थी। साथ ही फैक्ट्री के जंगले काफी ऊपर थे जिससे काफी दिक्कत हुई।

बुल्डोजर से दीवार तोड़ी, झोपड़ी हटाई

मौके पर बुल्डोजर मंगवाया गया। बुल्डोजर से पहले झोपड़ी हटाई इसके बाद नीचे से दीवार का कुछ हिस्सा तोड़ गया जिससे आग पर पानी ठीक से डाला जा सके। इस प्रयास से आग को काफी हद तक काबू कर लिया गया लेकिन झोपड़ी पूरी तरह से नष्ट हो गई। लोगों का कहना था कि किसी तहर उन्होने सिर ढकने को आशियाना बनाया था जो एक झटके में चला गया।

फायर फाइटिंग सिस्टम न होने से दिक्कत

एफएसओ उमेश गौतम ने बताया कि फैक्ट्री में कोई फायर फाइटिंग उपकरण नहीं थे। इनको फायर विभाग से एनओसी लेने को बोला गया था लेकिन इनको यहां से फैक्ट्री शिफ्ट करनी थी। ये बोल कर इन्होने एनओसी नहीं ली। आग में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

प्रशासन को दी जाएगी रिपोर्ट

सीएफओ अक्षय रंजन शर्मा के मुताबिक यदि फैक्ट्री में फायर सेफ्टी उपकरण नहीं हैं तो इसकी रिपोर्ट प्रशासन को भेजी जाएगी। फैक्ट्री एक्ट के तहत एनओसी होनी चाहिए।

Posted By: Inextlive