-बायो गैस प्लांट से बिजली जेनरेट करने की तैयारी

-शहर की 3 हजार डेयरियों का गोबर किया जाएगा यूज

हॉफ कॉलम- शहर में हर गतिविधि पर होगी ड्रोन की नजर

BAREILLY:

स्मार्ट सिटी का रिवाइज प्लान शहरवासियों के लिए बड़ा सौगात लेकर आया है। योजना ने मूर्त रूप लिया तो नॉवेल्टी से कोहाड़ापीर तक फ्लाईओवर जाम के झाम से मुक्ति दिलाएगा, तो शहर में गंदगी और बदबू का सबब बनी 3000 डेयरियां और उससे निकलने वाला गोबर शहर का रौशन करेगा। योजना में बरेलियंस की सेहत और खेलकूद को भी ध्यान में रखा गया है, जिसके लिए ओपन जिम और स्टेडियम बनाए जाने पर चर्चा हुई। इस प्रकार बरेली को सूरत बदलने के लिए नगर आयुक्त ने करीब दो दर्जन प्रस्ताव कमिश्नर के समक्ष बैठक में रखे।

बजट में 200 करोड़ का इजाफा

पिछली बैठक में शहर को स्मार्ट बनाने के लिए 19 सौ 2 करोड़ के बजट पर मुहर लगी थी। लेकिन थर्सडे को इसे 200 करोड़ रूपए और बढ़ाकर 21 सौ 2 करोड रूपए कर दी गई है।

पुराने मंत्रों में और भी बढे़ मंत्र

3 सितम्बर को हुई स्मार्ट सिटी की बैठक में शहर को स्मार्ट बनाने के लिए 10 प्वाइंट्स को चुना गया था। लेकिन थर्सडे को हुई बैठक में इन 10 प्वाइंट्स में और कुछ प्वांइट्स को बढ़ाया गया। आइए बताते है पुराने और नए प्वाइंट्स के बारे में

पहले दिया था दस का दम

-रोड डेवलपमेंट

- ट्रैफिक जंक्शन

- एजुकेशन

- वाटर बॉडीज

- डिसेंट्रलाइज्ड एसटीपी

- डक्ट प्रोजेक्ट

- ब्रांडिंग एंड मार्केटिंग

- मोबिलिटी ट्रांसपोर्ट

- इंनहैंड इकॉनमी

- सस्टेनेबल प्रोजेक्ट

ये है नए प्वाइंट्स

ट्रैफिक कंजक्शन से निजात का खींचा खाका

नॉवेल्टी से कोहाड़ापीर का ट्रैफिक स्मार्ट बरेली के दामन पर दाग न लगाए। इससे पहले प्लानर्स ने ट्रैफिक झाम से निजात दिलाने के लिए फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव रखा है.खास बात यह रही कि चर्चा के बाद प्लान पर मोहर भी लग गई।

इंडोर स्टेडियम

स्मार्ट सिटी ने खिलाडि़यों के लिए भी एक बेहतरीन तोहफा दिया है। इसके लिए शहर में एक इंडोर स्टेडियम बनाने का फैसला हुआ है। हांलाकि अभी इसकी जगह डिसाइड नही हो पाई है। तीन जगहों को प्रपोज किया गया है। जिसमें परसाखेड़ा, हरुागला, फिनिक्स मॉल के समाने की जगह शामिल है। वही शहर के पुराने स्टेडियम को रेनोवेट करने का भी फैसला हुआ है।

ओपन जिम

स्मार्ट पढ़ाई कराने के लिए पिछली मीटिंग में भी बात हुई थी लेकिन जगह डिसाइड नहीं हो सकी थी। अब डिजिटल लाइब्रेरी को तिलक इंटर कालेज के ग्राउंड में बनाया जाएगा।

एक्सेलरेटर सेंटर

तिलक इंटर कालेज में एक एक्सेलरेटर सेंटर बनाया जाएगा। जिसमें एक कांफ्रेंस रूम, फर्नीचर, एसी जैसी कई सुविधाएं होगी। ये एक्सेलरेटर सेंटर उनके लिए होगा जो अपना कोई भी नया स्टार्टअप शुरू करने जा रहे है। यदि कोई स्टार्टअप शुरू करेगा तो उसके लिए वो इस एक्सेलरेटर सेंटर का यूज कर सकता है। ै।

इकोनॉमिक डेवलपमेंट

शहर के जरी जरजोदी के काम को बढ़ाने के लिए एक रिसोर्स सेंटर भी बनाया जाएगा। जिसमे शहर में होने वाले जरी जरदोजी के साथ कई अन्य हैंडीक्राफ्ट चीजों का डेवलपमेंट किया जाएगा।

सुबह सुबह मॉर्निग वॉक पर जाने वालों का भी स्मार्ट सिटी के तहत खयाल रखा गया है। शहर के 100 पार्को में ओपन जिम बनाई जाएगी। जो सुबह सुबह पार्को में टहलने वालों के लिए होगी।

बायोगैस प्लांट

नगर निगम अब शहर को बायोगैस के माध्यम से चमकाएगा। मतलब डेयरियों से निकलने वाले गोबर को कलेक्ट कर बिजली तैयार की जाएगी। इसके लिए बायोगैस प्लांट लागाने के लिए भी प्रस्ताव पारित हो गया है।

फ्लॉवर बेस्ट

मंदिरों और धार्मिक कार्यक्रमों में यूज होने वाले फूलों को भी अब कचरे में नहीं फेंका जाएगा। इसके लिए बेस्ट फ्लॉवर से अब सुगंधित चीजें जैसे धूप बत्ती, गुलाब जल, स्प्रे आदि बनाई जाएंगी।

- ड्रोन के माध्यम से नजर

बैठक में तय हुआ कि शहर में कमांड एंड कंट्रोल के साथ शहर पर निगरानी भी की जाए इसके लिए शहर में कई ड्रोन हर समय मंडराते रहेंगे। और यदि कही भी कोई अवैध काम, या निर्माण जैसे कोई भी काम होता दिखाई दिया तो उस पर तत्काल कार्रवाई भी की जाएगी।

- एंवायरमेंट सेंसर

शहर जगह जगह पर सेंसर लगाए जाएंगे जिससे शहर के इंवायरमेंट के बारे में पता चलेगा। उससे यह जान सकेंगे कि शहर के किस इलाके मे ज्यादा पॉल्यूशन हो रहा है। और कौन सा इलाका हरा भरा है।

डाटा ऑनलाइन

कमांड एंड कंट्रोल के तहत अब सभी डिपार्टमेंट का डाटा भी ऑनलाइन किया जाएगा। जिससे कभी भी जिस डिपार्टमेंट के डाटा की जरुरत हो उसे तत्काल वहां से प्राप्त किया जा सके।

स्मार्ट क्लासेज

पिछली बार तीन कालेजों में स्मार्ट क्लास चलाने की बात को कहा गया था, लेकिन अब उसमे चेंज किया गया है। शहर में तीन जगहों पर नहीं बल्कि टोटल 150 स्मार्ट क्लासेज को स्मार्ट सिटी के तहत चलाया जाएगा। जिसमें अभी मौलाना आजाद, तिलक इंटर कालेज, और कुछ प्राइमरी स्कूलों को चुनने की बात हुई है।

स्मार्ट क्लास मे पढ़ाने के लिए टीचर्स को करेंगे ट्रेंड

केवल 150 क्लास स्मार्ट बनाकर ही नगर निगम नही रुकेगा। इसके लिए स्मार्ट क्लास में पढ़ाने के लिए पहले टीम एक स्कूल को चुनेगी और वहां के एक टीचर को ट्रेंड करेगी कि कैसे स्मार्ट क्लास में बच्चों को पढ़ाया जाना है। जिसके बाद वो एक टीचर दूसरे टीचर को समझाएगा और फिर वो तीसरे को इस तरह से एक चेन के रूप में सभी एक दूसरे को समझाएंगे।

डिजिटल लाइब्रेरी

Posted By: Inextlive