-रैंकिंग में पीछे होने के बाद नगर निगम सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बना रहा है विशेष प्लान

-देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शुमार इंदौर की तर्ज पर शहर में कराएगा सफाई

देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शुमार और रैंकिंग में तीन बार पहले पायदान पर रहे इंदौर की तर्ज पर अब वाराणसी नगर निगम शहर की सफाई कराएगा. स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार बनारस का 70वां रैंक आने के बाद से ही नगर निगम के अधिकारियों के होश उड़े हुए हैं. रैंकिंग में बेहद पीछे होने के बाद नगर निगम अब पूरे शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए विशेष प्लान तैयार करा रहा है.

अधिकारियों ने कर लिया दौरा

बनारस में स्वच्छता सर्वेक्षण में गिरे रैंकिंग को सुधारने के लिए नगर निगम जुटा हुआ है. इंदौर जैसी व्यवस्था बनारस में भी हो जाए इसके लिए कुछ दिन पहले निगम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम को इंदौर भेजा गया था. जहां अधिकारियों ने वहां की सफाई व्यवस्था को परखने के साथ ही काम करने के तौर-तरीकों को भी देखा और जाना.

प्लास्टिक प्रोसेसिंग मशीन की दरकार

इंदौर से एक्सपीरिएंस लेकर लौटे अधिकारियों का कहना है कि बनारस को इंदौर जैसा बनाने के लिए ज्यादा काम करने की जरूरत नहीं है. अगर इंफ्रास्ट्रक्चर और मशीनें उपलब्ध हों तो रैंकिंग को सुधारना आसान हो जाएगा. यहां वेस्ट डिस्पोजल से ज्यादा बड़ी समस्या प्लास्टिक डिस्पोजल की है. नगर निगम को प्लास्टिक प्रोसेसिंग मशीन की दरकार है. अगर प्लास्टिक प्रोसेसिंग का प्लांट स्थापित हो जाए तो काफी सुधार आ सकता है. इसके अलावा अन्य व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त करने के लिए प्लान बनाया जा रहा है.

एक्टिव किया जाएगा कंट्रोल रूम

शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम कंट्रोल रूम को पहले से दुरुस्त किया जाएगा. हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं. अधिकारियों की मानें तो नगर निगम शहर में चार जगहों पर नया कचरा डंपिंग यार्ड भी बनाने की तैयारी कर रहा है. संबंधित क्षेत्रों से उठने वाले कचरे को डंप किया जायेगा. फिर इसे कॉम्पैक्टर में लाद कर करसड़ा ले जाया जायेगा.

हर 500 मीटर पर सफाईकर्मी

निगम ने सभी 90 वा‌र्ड्स का सर्वे कराकर इनमें हर 500 मीटर पर एक सफाईकर्मी तैनात करेगा. जिस पर उस एरिया में झाड़ू लगाने से लेकर कूड़ा उठाने तक की जिम्मेदारी रहेगी. तैनात कर्मचारी सफाई करता है या नहीं इसका फीडबैक लेने के लिए उस एरिया में रहने वाले लोगों से जानकारी ली जाएगी. यही नहीं नगर निगम शहर में प्रमुख जगहों पर स्टील व प्लास्टिक के डस्टबिन लगाने की तैयारी में है. इन डस्टबिन में गीला व सूखा कचरा रखने का अलग-अलग जगह निर्धारित होगा.

बाक्स--

70वां स्थान आने पर बना प्लान

बता दें कि पिछले दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के परिणाम की घोषणा की गई थी. जिसमें सर्वेक्षण में देश भर में जहां इंदौर लगातार तीसरी बार पहले पायदान पर विराजमान हुआ, वहीं बनारस को देश भर में 70वां स्थान मिला था. जबकि 2017 में बनारस देश भर में 32वें तथा 2018 में 29वें स्थान पर था. जिसके बाद से ही सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नया प्लान बनना शुरू हुआ है.

वर्जन--

स्वच्छता सर्वेक्षण में बनारस का प्रदर्शन खराब होने का मलाल नगर निगम को है. जिसे सुधारने के लिए प्लानिंग की जा रही है. अगर प्लास्टिक प्रोसेसिंग यूनिट की समस्या हल हो जाए तो आधी प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी. कुछ दिन पहले निगम की टीम इंदौर जाकर वहां से भी कुछ सीख कर आई है.

डॉ. एके दूबे, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Vivek Srivastava