स्टेक होल्डर्स ने स्वच्छ भारत मिशन गोष्ठी में रखे विचार

आईआईटी कानपुर का छात्र बना स्मार्ट सिटी निबंध प्रतियोगिता का विनर, सभी विनर्स को किया गया सम्मानित

ALLAHABAD: हजारों-लाखों इलाहाबादी एकतरफ जहां ये सोचते हैं कि करोड़ों रुपया का नया इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर देने, सड़कें, बिल्डिंग्स बना देने से इलाहाबाद स्मार्ट हो जाएगा वहीं युवा पीढ़ी और कल का भविष्य यानी स्टूडेंट्स की सोच इससे इत्तेफाक नहीं रखती। युवा पीढ़ी का मानना है कि बदलाव रुपए खर्च करने से नहीं बल्कि सेंसेटिविटी बढ़ाने से आएगा। सरकार को ब्लेम करने की जगह खुद पहल करनी होगी। पुराने जमाने में संस्कृति समृद्ध हुआ करती थी क्योंकि पब्लिक खुद इनीशिएटिव लेती थी। नगर निगम द्वारा पिछले दिनों कराए गए स्मार्ट सिटी निबंध कम्पटीशन में विनर स्टूडेंट्स ने कुछ इसी तरह के विचार निबंध में लिखे हैं। इन्हें मंगलवार को सम्मानित किया गया।

इलाहाबाद की सफाई सबसे बेहतर

केपी कम्युनिटी हॉल में नगर निगम की ओर से स्वच्छ भारत मिशन स्टेक होल्डर्स मीटिंग और निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत करने के लिए प्रोग्राम आयोजित किया गया। उद्घाटन मेयर अभिलाषा गुप्ता, नगर आयुक्त देवेंद्र पांडेय, अपर नगर आयुक्त विपिन मिश्रा, केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष राघवेंद्र नाथ सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। नगर आयुक्त ने पब्लिक से स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग और अपना योगदान देने की अपील की। कहा कि देश के 75 शहरों में साफ-सफाई को लेकर सर्वे चल रहा है। इसमें शामिल यूपी के चार शहरों इलाहाबाद, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी में इलाहाबाद बेस्ट है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे नगर निगम इलाहाबाद की लड़ाई दो हजार करोड़ का बजट पाने वाले पूने, तीन हजार करोड़ का बजट पाने वाले बंगलुरु और 25 हजार करोड़ का बजट पाने वाले मुंबई से है। सर्वे टीम ने इलाहाबाद की व्यवस्था की प्रशंसा की है।

विचारों पर अमल करें

स्टेक होल्डर अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि स्मार्टनेस रुपये पैसे से ही नहीं बल्कि दिमाग से आती है, जो इलाहाबादियों में अब दिखने लगी है। हरी-भरी की डॉयरेक्टर प्रो। मधु वत्स ने कहा कि निबंध कम्पटीशन में शामिल सभी स्टूडेंट्स ने कई यूनिक आईडिया लिखे होंगे, जिन पर इम्प्लीमेंट होना जरूरी है। हसन नकवी ने कहा कि सोच आगे लेकर जाती है। हमें भी अपनी जिम्मेदारी को निभाना होगा। पार्षद अहमद अली, राजेश निषाद, गिरधारी सिंह, नीरज गुप्ता, किरन जायसवाल, लाज सोनकर आदि मौजूद रहे।

इन्हें किया गया सम्मानित

कॉलेज लेवल निबंध प्रतियोगिता में आईआईटी कानपुर के अतुल सिंह फ‌र्स्ट, एसआइईटी झलवा स्टूडेंट खानसा अली सेकेंड और जगत तारन ग‌र्ल्स डिग्री कॉलेज की बीकाम फ‌र्स्ट ईयर स्टूडेंट मनीषा सिंह थर्ड पोजिशन पर रहीं। इसके अलावा वर्षा केसरवानी, देवेश कुमार शुक्ला, गौरव यादव, श्रुति सिन्हा, सुनंदा शंकर को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। स्कूल लेवल में कक्षा ग्यारह की जगत तारन ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज की स्टूडेंट हिमांजली सिंह ने फ‌र्स्ट, सेंट मैरी स्कूल की प्रिया पांडेय सेकेंड और सेवा समिति विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के मुकुल तिवारी ने थर्ड पोजिशन हासिल किया। प्रतिभा गुप्ता, अक्षिता राजवंशी, अभिषेक मिश्रा, साधना गौतम, नरेंद्र त्रिपाठी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। ओपेन कैटेगरी में सिंह लॉज तिलक नगर के रहने वाले शंकर बहादुर, चंद्रजीत यादव और गोविंदपुर के अभिनव प्रताप सिंह क्रमश: फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड रहे।

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बच्चों की है सबसे अहम भागीदारी

कॉलेज लेवल निबंध प्रतियोगिता में फ‌र्स्ट पोजिशन हासिल करने वाले आईआईटी कानपुर के बीटेक स्टूडेंट और इलाहाबाद के रहने वाले अतुल सिंह का मानना है कि स्मार्ट सिटी के लिए सब कुछ आनलाइन करना चाहिए। जनता की भगीदारी बढ़ानी चाहिए। मोहल्ला वाइज कम्पटीशन कराना चाहिए। सड़कें किसकी ज्यादा साफ है? यह काम्पिटिशन होना चाहिए। स्कूल लेवल के बच्चों को जागरूक करें।

आदतें तो बदलनी ही होंगी

स्कूल लेवल कम्पटीशन में फ‌र्स्ट पोजिशन हासिल करने वाली जगत तारन ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज की स्टूडेंट हिमांजली सिंह का कहना है कि लोगों को अपनी आदत बदलनी चाहिए। इलाहाबाद में बहुत कुछ बदल गया, लेकिन लोग आज भी वैसे ही जी रहे हैं, जैसे 10-20 वर्ष पहले रहते थे।

Posted By: Inextlive