- छोटे और मध्यम दर्जे के उद्योगों में सेबी का रोल पर किया गया इंटरैक्शन

PATNA : ग्लोबल लेवल पर आर्थिक मंदी की मार के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने शानदार प्रदर्शन किया है। भारत में उत्पादों की खपत तेज है। यही वजह रही कि बीते दशक में जीडीपी रेट क्0 प्रतिशत के करीब रहा। सेबी ने छोटे और मध्यम दर्जे के उद्योगों के लिए एसएमई प्लेटफार्म का श्रृजन किया है। अब तक क्ब्0 कंपनियां इसमें लिस्टेड हैं। उक्त बातें होटल मौर्या में सीआईआई एवं अन्य उद्योग संघ के साथ इंटरैक्ट करते हुए सेबी के चेयरमैन यूके सिन्हा ने कहा। उन्होंने बताया कि इसमें लिस्टेट कुछ कंपनियों ने अपना मार्केट कैपिटल को दोगुना भी किया है।

बैंक नहीं स्वंय फाइनेंसिंग करें

यूके सिन्हा ने बिहार में वर्तमान बिजनेस परिवेश की चर्चा करते हुए कहा कि यदि कंपनियों को फाइनेंस करने में बैंक पीछे हटती है तो यह एमएसएमई का प्रयास होना चाहिए कि वे स्वंय फाइनेंसिंग का भार ले इसे सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि देश के साथ-साथ बिहार ने भी बीते कुछ वर्षो में जीडीपी की वृद्धि दर प्राप्त करने में सराहनीय कार्य किया है। इसमें ऊर्जा, सड़कें , स्किल डेवलपमेंट आदि शामिल है। हालांकि राज्य को इंवेस्टमेंट के लिए विकास कार्यो में तेजी लाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर सीआईआई, बिहार स्टेट के चेयरमैन एसपी सिन्हा ने कन्कलूड करते हुए उद्योग समूह से कहा कि एसएमई के लाभ के लिए कैपिटल मार्केट को बढ़ावा देने के लिए सेबी के साथ मिलकर जागरूकता लाएगी।

सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए साथ-साथ

इससे पहले इनटरैक्टिव सेशन का शुभारंभ करते हुए सीआईआई के इस्टर्न रीजन के चेयरमैन और टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रम ने कहा कि कैपिटल मार्केट के ग्रोथ के लिए, देश के सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए सीआईआई सेबी के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने सेबी की सराहना करते हुए कहा कि जब आर्थिक मंदी का दौर चल रहा था तब भी सेबी के सहयोग से यह इन्वेस्टमेंट के लिए फायदेमंद डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है। उन्होंने एसएमई के एक्सचेंज को डेवलपमेंट के लिए बहुत आवश्यक बताया। इस अवसर पर सेबी के रीजनल डायरेक्टर कौशलेंद्र सिन्हा, इस्टर्न रीजन डायरेक्टर नीता कर्मकार, बीआईए के पूर्व प्रेसिडेंट केपीएस केशरी, पूर्व सेक्रेटरी बीएन चौबे, मनीष तिवारी एवं केपी भावसिंगका उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive