तस्करी के लिए शंकरगढ़ के जंगल से पकड़ा था तस्करों ने

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PRAYAGRAJ: शंकरगढ़ पुलिस ने दुर्लभ प्रजाति के दोमुहां सांप की तस्करी करने वाले गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से बरामद सांप की कीमत करीब चार करोड़ रुपए बताई जा रही है. दो मुंहे सांप का इस्तेमाल दवाइयां बनाने के साथ तंत्र विद्या में किया जाता है. पुलिस ने वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों को जेल भेज दिया है.

कैंसर की दवा बनाने में इस्तेमाल

पुलिस लाइंस में एसएसपी अतुल शर्मा ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों में शाबिर अंसारी निवासी जंगल घोरठ जनपद कुशीनगर, अजीत कुमार मोर्या वाहन चालक निवासी मलाक हरहर थाना सोरांव, बृजेशनाथ व नंहीनाथ निवासी कपारी थाना शंकरगढ़, संजय सिंह निवासी सुलेमसराय व आशुतोष कुमार कुशवाहा निवासी नींवा धूमनगंज एंव राजेश कुमार थाना करीमुद्दीनपुर जनपद गाजीपुर का रहने वाला है. इन सभी को वाहन चेकिंग के दौरान कपारी मोड़ के साथ से पकड़ा गया है. पूछताछ में बृजेशनाथ ने बताया कि दुर्लभ प्रजाति के दो मुंहा सांप को बेचने के लिए ले जा रहे थे. इसकी लंबाई पौने दो फिट गोलाई लगभग 6 इंच है. कैंसर से पीडि़त मरीज के लिए इसका इस्तेमाल दवा बनाकर किया जाता है. तांत्रिक लोग इसका इस्तेमाल तंत्र विधा में करते हैं. एसएसपी ने बताया कि इनके पास से सांप के अलावा एक चार पहिया वाहन व एक वजन नापने की छोटी मशीन बरामद हुई है.

Posted By: Vijay Pandey