विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलने के बाद अब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे. मोदी के प्राइम मिनिस्टर बनने के बाद अमेरिका की ओर से पहली बार कोई उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल दौरे पर है.

सुषमा के दो टूक बोल: दोस्त जासूसी नहीं करते
इससे पहले भारतीय नेताओं की जासूसी पर अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के सामने सुषमा स्वराज ने दो टूक शब्दों में विरोध जताते हुए कहा कि भारत को जासूसी बर्दाश्त नहीं है. स्वराज ने गुरुवार को जॉन केरी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया. स्वराज ने जासूसी को लेकर कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में जासूसी का मुद्दा भी उठा. सुषमा ने केरी को बताया कि जासूसी को लेकर भारत के लोगों में कितना गुस्सा है. सुषमा ने कहा कि हम एक दूसरे को दोस्त मानते हैं. ऐसे में एक देश, दूसर की जासूसी करे, यह बर्दाश्त नहीं है. जॉन केरी ने भारत की चिंता को जायज ठहराया.
बीजेपी और इंडिया की जासूसी की थी अमेरिका ने
कुछ समय पहले अमेरिकी व्सिलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन के हवाले से विदेशी मीडिया में खबर आई थी कि अमेरिका ने बीजेपी और भारत की जासूसी करने के लिए मंजूरी दी थी. जासूसी के मुद्दे पर डिफेंसिव होते हुए केरी ने कहा कि जासूसी से जुड़े मुद्दे पर सार्वजनिक तौर पर चर्चा करना उनके देश की पॉलिसी नहीं है. वह दोनों मुल्कों के बाइलैटरल रिलेशंस का सम्मान करते हैं और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर जानकारियों के आदान-प्रदान के पक्ष में हैं. केरी के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने भी हाल में ही देश की जासूसी की समीक्षा की है.
 
मोदी के तारीफों के पुल बांधे

केरी ने मोदी के चुनावी नारे, 'सबका साथ, सबका विकास' की भी तारीफ की. गुरुवार को आईआईटी दिल्ली के दौरे पर गए केरी ने वहां चल रहे शोध कार्यों की भी तारीफ की. केरी ने कहा कि अमेरिका, भारत के साथ नए युग की शुरुआत के लिए उत्सुक है. सितंबर में मोदी की प्रस्तावित अमेरिकी दौरे से दोनों देशों को काफी उम्मीदें हैं. बैठक में दोनों मुल्कों ने रक्षा, स्किल डेवलेपमेंट, आईटी, हेल्थकेयर पर चर्चा की. स्वराज से मुलाकात के बाद केरी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे.

Hindi News from India News Desk

 

Posted By: Shweta Mishra